पटना।
कोरोना संक्रमण से अपने बच्चों को बचाने के लिए उसे घर में बंद कर जाना एक गरीब परिवार के लिए काफी महंगा साबित हुआ। घर में अचानक लगी आग के कारण परिवार के चार बच्चे जिंदा जल गए। मृतकों में तीन पुत्री व एक पुत्र शाामिल है। मामला जिले के पुनपुन थाना क्षेत्र के अलाउद्दीन चक गांव की है। बताया जाता है कि गांव निवासी छोटू पासवान गांव में फैले कोरोना महामारी को देखते हुए अपने चार बच्चे को बबली कुमारी (12) राखी कुमारी (6) आरती कुमारी (5) व अंकित कुमार (4) वर्ष को झोपड़ी नुमा घर में बंद कर अपनी पत्नी के साथ खेत पर काम करने चले गए थे। इस दौरान अचानक झोपड़ी में आग लग गई और चारों बच्चे तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया। घटना में फूस की झोपड़ी पुरी तरह जल गई। मौके पर पहुॅची फायर ब्रिग्रेड की वाहन ने आग पर काबू पाया। घर में गैस लीकेज के कारण अचानक आग लगने की बात सामने आयी है। जब तक इसकी खबर हुई, आग काफी विकराल हो गई और चारों बच्चे उसमें जलकर दम तोड़ दिए। घटना में दंपति की गोद सुनी हो गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
जानकारी अनुसार छोटू पासवान अपने परिवार के साथ पुनपुन थाना क्षेत्र अंतर्गत अलाउद्दीन चक चक गांव के समीप रेलवे किनारे फूस की झोपड़ी बनाकर रहता था। घटना की सूचना पर पुनपुन थाने की पुलिस ने चारों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना पर राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दुख प्रकट करते हुए मृतक के परिजनों को 4-4 लाख का मुआवजा राशि जारी करने का आदेश दिया है।