पटना।
राजद ने बजट सत्र में मंगलवार को विधान परिषद में एक मृत डॉक्टर के स्थानांतरण का मुद्दा उठाते हुए जमकर हंगामा किया। अन्य विपक्षी सदस्यो ने राजद का समर्थन करते हुए सदन में मामला उठाया। राजद विधायक विजय सम्राट ने मामले को उठाते हुए कहा कि शेखपुरा में जिस सिविल सर्जन की तैनाती सरकार ने की है, उनकी मृत्यु फरवरी माह में ही हो चूकी है। इस पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सफाई देते हुए जानकारी दी कि स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को एक सिविल सर्जन डा. वीर कुंवर सिंह के तबादले का नोटिफिकेशन जारी किया है, उनकी मृत्यु गत माह में हो चूकी है। ऐसे में वे पदभार कैसे ग्रहण करेंगे, यह तो विभाग ही बताएगा। इस पर राजद विधायक ने कहा कि विभाग इस तरह की गलती पहले भी कर चूका है। पर गलती को सुधारने की कोशिश नहीं करता है।
स्वास्थ्य मंत्री पांडेय ने कहा कि ट्रांसफर की प्रक्रिया में शामिल जिम्मेवार अधिकारी को नोटिस जारी किया गया है, उनके जवाब का इंतजार है। उन्होंने कहा कि सिविल सर्जन के ट्रांसफर की प्रक्रिया लंबी होती है। सिविल सर्जन की पदस्थापना की संचिका बनती है, उसे बनने में 20 दिन से एक माह का समय लगता है। इसलिए ट्रांसफर की प्रक्रिया पहले ही शुरू हो गई थी। इसके बावजूद इस मामले की जानकारी होते ही वहां दूसरे सिविल सर्जन की पदस्थापना कर दी गई है। मामले में जांच हो रही है, दोषियों के खिलाफ कार्रवाइ्र की जाएगी।