चाईबासा।
आईइडी ब्लास्ट कर चाईबासा में सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की साजिश एक करोड़ के इनामी माओवादी नक्सली पति राम मांझी उर्फ़ अनल ने रची थी। पुलिस की शुरुआती जांच में यह खुलासा हुआ है। इस साजिश में कुख्यात प्रभात मुखिया और महाराज प्रमाणिक भी शामिल थे। पुलिस को अहम जानकारी मिली की कुछ माह से भाकपा माओवादियों का दस्ता लांजी पहाड़ के उत्तरी छोर पर कैंप कर रहा है। नक्सलियों ने गुरुवार की सुबह को टाकलो थाना क्षेत्र के लांजी गांव के पास विस्फोट किया था। जिसमें झारखंड जगुआर के 3 जवान शहीद हो गए और 2 घायल हो गए थे।
पुलिस जांच में जानकारी मिली की आईडी विस्फोट में नक्सलियों ने एक ग्रामीण महिला और एक ग्रामीण पुरुष का इस्तेमाल किया था। इस पर दोनों धर दबोचे गए हैं । वे दोनों सुरक्षा बल के मूवमेंट पर नजर रखे थे। वही अभियान के दौरान स्थानीय पुलिस के साथ समन्वय की कमी भी घटना की बड़ी वजह बताई गई है। मालूम हो कि स्पेशल ब्रांच ने पहले ही सुरक्षाबलों को लॉजी के आसपास सुरक्षा बलों को टारगेट करने को लेकर आगाह किया था
उल्लेखनीय है कि बीते 15 दिनों में जिले में कई आधा दर्जन बार नक्सलियों ने सुरक्षा बलों को टारगेट करने की कोशिश की थी। इस क्रम में 25 फरवरी को सोनुआ के जंगल में हथियार, कोडेक्स वायर, डेटोनेटर हैंड ग्रेनेड रखे गए थे। सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए चाईबासा के सोयमारी और दुआरोली में 27 फरवरी को आईडी लगाया गया था। , 19 फरवरी को गिरफ्तार नक्सली जैमन आरती ने गोइलकेरा के जंगली कच्चे रास्ते में विस्फोटक लगाने की जानकारी दी थी। इसी तरह 16 फरवरी को चक्रधरपुर सुनवा सड़क अवस्थित दिग्गी लौटा गांव और नरसंडा गांव से आईडी बम बरामद किया गया था। 11 फरवरी को गोइलकेरा से दो आईडी बम तथा 7 फरवरी को टोकलो में आईइडी से पुलिस बल को निशाना बनाने की कोशिश की गई।