कोडरमा।
जिले में खनिजों के अवैध व्यापार से हो रही राजस्व की क्षति के आकलन को लेकर उपायुक्त के निर्देश पर गठित टास्क फोर्स ने सात पत्थर खदान संचालकों के खिलाफ लगभग एक करोड़ रूपए के रॉयल्टी चोरी करने का मामला पकड़ा है। इसे लेकर खनन विभाग द्वारा संबंधित खदान संचालकों से राशि की वसूली को लेकर नोटिस भेजी जा रही है। जिन खदानों संचालकों के विरुद्ध रॉयल्टी चोरी का मामला पकड़ा गया है उनमें डोमचांच प्रखंड अंतर्गत चंचल पहाड़ी के समीप संचालित मेसर्स सत्यम शिवम स्टोन कंस्ट्रक्शन, मैसर्स कमल प्रभात स्टोन, बैजनाथ मेहता एवं हरीश कुमार , राज कुमार मेहता एवं हरीश कुमार , रामचंद्र मेहता एवं अमिताभ कुमार, गोपाल कुमार, रामचंद्र मेहता एवं अमिताभ कुमार के अलावा उमाशंकर प्रसाद की खदानें शामिल हैं।
डोमचांच के खरखार में चार पत्थर खदानों में 98 लाख की रॉयलटी चोरी पकड़ी गई थी
उल्लेखनीय हो कि जिले में संचालित खदानों से निकासी की जाने वाली बोल्डर के विरुद्ध विभाग को कम रॉयल्टी दिए जाने की शिकायत पर उपायुक्त द्वारा खनन टास्क फोर्स को जिले में संचालित खदानों की नापी करने का निर्देश दिया था। निर्देश के अनुपालन के तहत पूर्व में डोमचांच प्रखंड के ही मौजा खरखार स्थित चार खदानों की माफी कराई गई थी। जहां खदान संचालकों द्वारा 98 लाख रूपए का रॉयल्टी चोरी करने का मामला उजागर हुआ था। इस मामले में जिला खनन पदाधिकारी मिहिर सलकर ने बताया कि जिन खदानों के विरुद्ध रॉयल्टी चोरी का मामला पकड़ा गया है। उन्हें राशि जमा करने को लेकर डिमांड भेजा जा रहा है। उन्होंने बताया कि खदानों के माफी कराए जाने से काफी हद तक रॉयल्टी चोरी के मामले पर अंकुश लगेगी। साथ ही राजस्व में भी वृद्धि होगी। टॉस्क फोर्स की कार्रवाई से खनन पट्टा से खनिज निकालने वाले पट्टे धारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
पूर्व में चार खदान संचालकों के विरुद्ध हुई थी कार्रवाई
रॉयल्टी चोरी को लेकर खदानों की कराई जा रही मापी के तहत पूर्व में डोमचांच अंचल के मौजा खरखार स्थित मैसर्स दुर्गा स्टोन चिप्स, मैसर्स हरिओम मिनरल्स, मेसर्स दुर्गा स्टोन चिप्स, नावाडीह , मेसर्स नवादा स्टोन माइंस की माफी कराई गई थी। जहां रॉयल्टी चोरी करने के मामले को लेकर इन खदान संचालकों के विरुद्ध 98 लाख रूपए का डिमांड पत्र जारी किया गया था। इसके एवज में इन खदान संचालकों द्वारा अब तक 15 लाख रुपए जमा कराए गए हैं। वहीं शेष राशि जमा नहीं किए जाने को लेकर इन पट्टे धारियों के विरुद्ध नीलाम पत्र दायर करने की तैयारी की जा रही है। डीएमओ के अनुसार रॉयल्टी चोरी के मामले में विभाग स्तर से इन खदान संचालकों के विरुद्ध उनके खदानों के शेष बचे पट्टे की लाइसेंस रद्द कर दी गई है।
सात क्रशर संचालकों के विरुद्ध भी जल्द शुरू होगी कार्रवाई
जिला खनन पदाधिकारी मिहिर सलकर के अनुसार जिले में संचालित क्रशर में विद्युत उपभोग एवं वहां खनिजों के किए गए प्रसंस्करण के आकलन को लेकर गठित टीम द्वारा डोमचांच प्रखंड के चैनपुर स्थित क्रशर मंडी के साथ क्रशरों की जांच पूरी कर ली गई है। जांच में इन क्रशर संचालकों द्वारा उपभोग की गई बिजली के अनुसार खनिजो की रॉयल्टी में एकरूपता नहीं पाई गई है। वहीं कुछ में खनिजों के उपयोग के अनुरूप बिजली का उपभोग कम पाया गया है। ऐसे में इन क्रशर संचालकों के विरुद्ध रॉयल्टी चोरी के अलावा बिजली चोरी को लेकर जल्द ही विभागीय कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी। साथ ही राजस्व चोरी करने वाले क्रशर व्यवसायियों पर जुर्माने की वसूली किए जाने की कार्रवाई प्रारंभ होगी।जिन क्रशरों पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है उनमें रामधन यादव, शंकर पंडित, त्रिलोकी प्रसाद, उमेश राणा, सुजीत कुमार मेहता व पार्वती स्टोन इंडस्ट्रीज के नाम शामिल है।