रांची।
आरपीएफ की सतर्कता से तस्करी कर दिल्ली ले जाई जा रही सिमडेगा की 3 लड़कियां बच गई। इसमें दो नाबालिग और एक बालिग है। इस मामले में सिमडेगा निवासी कैलाश बड़ाईक को हिरासत में लेते हुए पूछताछ की जा रही है। बुधवार को तीनों लड़कियों व कैलाश बड़ाईक को सिमडेगा एएचटीयू थाना को सौंप दिया गया। जानकारी अनुसार आरपीएफ के नन्हे फरिश्ते की टीम रांची स्टेशन पर संबलपुर- जम्मूतवी एक्सप्रेस में चेकिंग अभियान चला रही थी। टीम ने कोच संख्या 13 में तीन लड़कियों को बैठा देखा, जो सहमी हुई थी। शक होने पर लड़कियों से पूछताछ की तो उसने बगल वाले कंपार्टमेंट में बैठे व्यक्ति के बारे में बताया कि वह दिल्ली में काम दिलाने के लिए ले जा रहा है। इस पर आरपीएफ ने लड़कियों के परिजनों से मोबाइल पर संपर्क किया तो पता चला कि कैलाश बड़ाईक लड़कियों को बहला-फुसलाकर दिल्ली ले जा रहा है। आरपीएफ टीम ने उपनिरीक्षक सुनीता तिर्की, सहायक उपनिरीक्षक रविशंकर, महिला आरक्षी सोनू कुमावत, कृति कुजुर, सुनील कुमार यादव, सलीम सिद्दीकी सहित फरिश्ते के सदस्य शामिल थे।