जालौर।
जिले के महेशपुर गांव में शनिवार की रात को जैन श्रद्धालुओं से भरी बस के 11000 वोल्ट के हाईटेंशन तार की चपेट में आने से 6 लोग जिंदा जल गए। जबकि 36 झुलस गए। इसमें ज्यादातर लोग जिला अस्पताल में भर्ती हैं। कुछ गंभीर श्रद्धालुओं को बेहतर इलाज के लिए जोधपुर रेफर किया गया है। सभी श्रद्धालु नाकोड़ा तीर्थ का दर्शन कर लौट रहे थे। हादसे में ब्यावर की सोनल सुरभि, चांद देवी, अजमेर के राजेंद्र और चालक धर्म चंद जैन की मौत हुई है।
जानकारी अनुसार बस में सवार यात्री नाकोड़ा के बाद मंडोली में दर्शन करने गए थे। शनिवार की शाम को सभी जालौर पहुंच गए थे । फिर वे ब्यावर के लिए निकले थे। लेकिन बस गलती से महेशपुर गांव पहुंच गई। गांव की गली में 11 केवी की तार काफी नीचे थी जो बस की चपेट में आ गई। घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल डॉ कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह शेखावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया तथा सांसद देवजी एम पटेल ने गहरी शोक संवेदनाएं प्रकट की है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर लिखा कि राजस्थान के जालोर में हुए बस हादसे की खबर से अत्यंत दुख पहुंचा है। इस दुर्घटना में कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। मैं उनके परिवार वालों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राज्यपाल डॉक्टर कलराज मिश्र ने कहा कि मेरी संवेदना पीड़ितों और उनके परिजनों के साथ है जबकि मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि शोक संतप्त परिजनों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना ईश्वर उन्हें इस नुकसान को सहने की शक्ति प्रदान करें। हादसे में मारे गए लोगों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से 2 लाख और गंभीर रुप से घायल लोगों को 50 हजार मुआवजा देने की घोषणा की गई है।