New Delhi News:- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर में ऐतिहासिक चिनाब रेलवे पुल का उद्घाटन किया। यह पुल न सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज है, जो चिनाब नदी के ऊपर 359 मीटर की ऊंचाई पर बना है। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने अंजी पुल का भी उद्घाटन किया, जो देश का पहला केबल-स्टेड रेल ब्रिज है।

इस अवसर पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, पीएमओ में राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी मौजूद रहे। पीएम ने उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक परियोजना (USBRL) की टीम के साथ बातचीत कर प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने कंथन चिनाब हॉल्ट पर जाकर श्रमिकों और इंजीनियरों से भी मुलाकात की।
चिनाब पुल 1,315 मीटर लंबा स्टील आर्च ब्रिज है, जिसे भूकंप और तेज हवाओं जैसी हर आपदा को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। यह पुल जम्मू और श्रीनगर के बीच रेल संपर्क को मजबूती देगा और यात्रा को आसान बनाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कटरा रेलवे स्टेशन से कटरा और श्रीनगर को जोड़ने वाली दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई। अब इन ट्रेनों से माता वैष्णो देवी के दर्शन करने वाले तीर्थयात्रियों, पर्यटकों और स्थानीय निवासियों को तेज, आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का विकल्प मिलेगा। वंदे भारत के चलने से कटरा से श्रीनगर का सफर अब केवल तीन घंटे में पूरा हो सकेगा, जिससे यात्रा समय में 2-3 घंटे की बचत होगी। चिनाब रेलवे पुल भारत की इंजीनियरिंग का एक अनोखा और ऐतिहासिक चमत्कार है। यह पुल जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में चिनाब नदी पर बना है और दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज माना जाता है।
पुल को बनाने के लिए चिनाब घाटी की दुर्गम पहाड़ियों में भारी विस्फोट, सुरंग निर्माण और टावर एंकरिंग की जरूरत पड़ी। नदी के ऊपर हवा का दबाव अधिक होता है, इसीलिए इसे एयरोडायनामिक डिज़ाइन दिया गया। निर्माण में टेम्परेचर कंट्रोल स्टील का इस्तेमाल किया गया जो गर्मी और सर्दी में सिकुड़ता या फैलता नहीं।
यह पुल एफिल टॉवर (324 मीटर) से भी ऊंचा है। यह पुल 100 साल तक सेवा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। निर्माण के दौरान ड्रोन, सेंसर और जीपीएस टेक्नोलॉजी का उपयोग किया गया।