Palamu News:- जिले में रंगदारी वसूली और आगजनी की घटनाओं में शामिल पांच शातिर अपराधियों को पुलिस ने हथियारों के साथ गिरफ्तार किया है। सभी अपराधी छतरपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं और इनमें से दो पहले से ही आपराधिक गतिविधियों में शामिल रह चुके हैं। एक अपराधी सकेन्द्र उरांव का संबंध प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन टीएसपीसी से रहा है।

एसपी रिष्मा रमेशन ने सोमवार को प्रेस वार्ता में बताया कि यह गैंग पहले जेल में ही बना था। जेल से बाहर आने के बाद अपराधियों ने कुछ समय तक खुद को सामान्य मजदूरी में लगाकर कानून से दूर होने का दिखावा किया। इसके बाद सभी ने मिलकर एक सुनियोजित योजना के तहत रंगदारी वसूली शुरू कर दी।
फरवरी 2025 में नौडीहा बाजार के कुहकुह कला रोड पर और 27 मई को छतरपुर के कुटिया में स्थित जौरा माइंस से निकले हाइवा ट्रकों को जलाने की घटनाएं इसी गैंग द्वारा अंजाम दी गईं। गैंग ने माइंस मालिकों, ट्रांसपोर्टरों, ठेकेदारों और दुकानदारों को धमकाकर रंगदारी वसूलने की कोशिश की थी।
गिरफ्तार अपराधियों में विकास उरांव (25), मो. याद अली उर्फ सोनू (20), जमशेद आलम (20), पंचम कुमार ठाकुर उर्फ पंचम पुजारी (28) और सकेन्द्र उरांव (27) शामिल हैं। पुलिस ने इनके पास से दो हथियार, तीन जिंदा कारतूस, तीन बाइक और दस मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
एसपी ने बताया कि इस गैंग में पलामू के बाहर के अपराधी भी शामिल हैं, जिनकी तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। गिरफ्तार करने वाली टीम में छतरपुर थाना प्रभारी समेत नौडीहा, नावाबाजार पुलिस और तकनीकी शाखा के अधिकारी शामिल थे।