Araria News: गोरखपुर- सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे मार्ग की मंजूरी मिल गई है। यह एक्सप्रेस-वे बिहार के आठ जिलों से होकर गुजरेगी, जिसमें पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, सुपौल, किशनगंज और अररिया शामिल है। केंद्र से एलाइनमेंट की मंजूरी मिलने के बाद जल्द ही भूमि अधिग्रहण और टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी। गोरखपुर से सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे के निर्माण पर 37,465 करोड़ की राशि खर्च होगी। एक्सप्रेस वे की लंबाई 568.42 होगी। जिसमे 417.15 किलोमीटर का हिस्सा बिहार में होगा। यह एक्सप्रेस वे 6 लेन की बनेगी। गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक बनने वाले सिक्स लेन एक्सप्रेस वे मार्ग में गंडक, बागमती और कोसी नदी पर तीन बड़े पुल का भी निर्माण होगा।छह लेन बनने वाली इस सड़क पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से लोग सफर कर सकेंगे।

बिहार में सुपौल, फारबिसगंज अररिया और किशनगंज से होकर गुजरने वाली इस सड़क में गंडक, बागमती व कोसी पुल का परियोजना के लिए 100 मीटर चौड़ाई में भू-अर्जन किया जाएगा।इस पर 55 हजार 507 करोड़ खर्च होगें। बिहार में जल्द ही 660 किमी पर काम शुरू होगा,जिसके निर्माण पर 41 हजार 760 करोड़ खर्च होने की बात कही। राज्य के किसी भी कोने में रहने वालों को 60 75 किलोमीटर की दूरी पर एक्सप्रेसवे या हाईस्पीड कॉरिडोर मिल जाएंगे। 2028 तक राज्य के किसी भी कोने से लोग साढ़े तीन घंटे में पटना आ-जा सकेंगे।
फारबिसगंज विधायक विद्यासागर केसरी उर्फ मंचन केसरी नेएक्सप्रेस-वे के निर्माण पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, मुख्यमंत्री नितीश कुमार,अररिया सांसद प्रदीप सिंह बधाई के पात्र है। इस एक्सप्रेस-वे के लिए तीन विधानसभा सत्र में लगातार उनके द्वारा फारबिसगंज से गुजरने को लेकर मामले को उठाया गया था,जिसके परिणामस्वरूप प्रधानमंत्री,परिवहन मंत्री के साथ मुख्यमंत्री और सांसद के द्वारा पहल करते हुए मंजूरी दिलाने का कार्य किया गया,जिसके लिए सबों को साधुवाद है।