पटना।
बिहार विधानसभा के अध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान जेल में बंद राजद सुप्रीमो द्वारा भाजपा विधायक को फोन पर प्रलोभन दिए जाने के मामले में विधायक ललन पासवान ने गुरुवार को पटना के निगरानी थाने में लालू यादव के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई। आवेदन में भाजपा विधायक ललन पासवान ने कहा है कि उनके फोन नंबर 97717 10340 पर 24 नवंबर को मोबाइल नंबर 805121 6302 से कॉल आया। फोन रिसीव करने पर बताया गया कि मैं लालू प्रसाद बोल रहा हूं। तब मैंने समझा कि चुनाव जीतने के कारण बधाई देने के लिए उन्होंने फोन किया है। इसलिए वे उनको कहा आप को चरण स्पर्श। इसके बाद उन्होंने मुझसे कहा कि वह मुझे आगे बढ़ाएंगे, मुझे मंत्री पद दिलवाऐं। इसलिए 25 नवंबर को बिहार विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में मैं अनुपस्थित होकर अपना वोट नहीं दूं। उन्होंने यह भी बताया कि इस तरह से वह कल एनडीए की सरकार गिरा देंगे।
इस पर पासवान ने उन्हें कहा कि मैं पार्टी का सदस्य हूं। ऐसा करना मेरे लिए गलत होगा। तो इस पर लालु ने मुझे पुनः प्रलोभन दिया और कहा कि आप सदन से गैरहाजिर हो जाइए और कह दीजिए कि कोरोना हो गया है बाकी हम देख लेंगे। विधायक पासवान ने आवेदन में यह भी कहा है कि लालू प्रसाद यादव राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष है। साथ ही चारा घोटाले केस में रांची में सजायाफ्ता है। उन्होंने जानबूझकर सोची समझी साजिश के तहत राजनीति में आगे बढ़ाने और मंत्री बनाने का लालच देकर एक विधायक का वोट खरीदने और राष्ट्रीय जनतांत्रिक पार्टी की सरकार को गिराने के लिए जेल के अंदर से फोन कर मुझसे संपर्क किया। मेरा वोट महागठबंधन के पक्ष में लेने की कोशिश की और मुझसे भ्रष्ट आचरण करवाने का प्रयास किया। इसलिए भारतीय दंड विधान एवं भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की सुसंगत धाराओं के तहत लालू प्रसाद यादव पर मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाए
क्या है मामला
जेल में बंद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव द्वारा भाजपा के विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के दौरान अपने पाले में करने के लिए दिए गए प्रलोभन के बाबत पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक ऑडियो जारी करते हुए दावा किया था कि रांची की जेल में सजा काट रहे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने हीं भागलपुर जिले के पीरपैंती विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक ललन पासवान को फोन किया और उन्हें मंत्री पद का प्रलोभन दिया। इसके बाद भाजपा विधायक ललन पासवान ने भी दावा किया था कि लालू यादव ने उन्हें फोन कर मंत्री पद का ऑफर देते हुए सरकार गिराने की बात कही थी। हालांकि उन्होंने ये ऑफर ठुकरा दिया और कहा कि लालू यादव का फोन तब आया जब पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के आवास पर बैठे थे। भाजपा विधायक ललन पासवान ने यह भी दावा किया है कि ऑडियो गलत साबित हुआ और इसके साथ छेड़छाड़ हुई होगी तो मैं विधायक पद से इस्तीफा दे दूंगा।
जीतन राम मांझी व मुकेश साहनी ने भी लालू यादव द्वारा फोन किए जाने की बात स्वीकारी
एनडीए सरकार गिराने व स्पीकर पद के चुनाव में महागठबंधन को समर्थन करने को लेकर लालू यादव द्वारा भाजपा विधायक ललन पासवान के अलावा जीतन राम मांझी व मुकेश साहनी को भी फोन किया गया था। पहले इन दोनों नेताओं ने इस बात को छिपा ली थी। जब भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने इसका खुलासा किया तो अब दोनों नेता भी सामने आ गए और स्वीकार कर रहे हैं कि उनके पास भी लालू प्रसाद का कॉल आया था। यहां सवाल यह भी उठ रहा है कि लालू यादव द्वारा फोन किए जाने के मामले में जीतन राम मांझी और मुकेश साहनी ने पहले इसका खुलासा क्यों नहीं किया। आखिर उस दौरान उनके मन में क्या चल रहा था। गुरुवार को जीतन राम मांझी ने दावा किया कि लालू प्रसाद उनके कई लोगों को फोन कर उनसे बात कराने का आग्रह किया था। लेकिन हमने बात नहीं की। गलत काम करने की उनकी नियति रही है। जीतन राम मांझी के बाद मुकेश साहनी ने भी खुलासा किया कि उनके पास भी लालू प्रसाद का कॉल आया था लेकिन दोनों के बीच क्या बात हुई इसके बारे में बताने से साहनी ने इंकार कर दिया। उन्होंने कहा कि समय आएगा तो इसका जवाब दिया जाएगा। फिलहाल नीतीश कुमार ने भरोसे के साथ उन्हें मंत्री बनाया है जिसके निर्वहन में भी जुटे हैं।