Patna News: कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बिहार में गंगा, गंडक और बागमती घाटों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। गंगा स्नान के चलते पटना के कई इलाकाें में महाजाम की स्थिति रही। पटना स्थित दीघा घाट पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान किया। भारी भीड़ के चलते पटना-दीघा एलिवेटेड रोड पर गाड़ियां रेंगती दिखीं।
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर पटना के दूसरे घाटों पर भी भीड़ जुटी। त्रिवेणी घाट, कटैया घाट, कंगन घाट और मस्ताना घाट पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु नजर आए। प्रशासन ने बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के जुटने की संभावना के चलते ट्रैफिक व्यवस्था में में बदलाव भी किया गया था लेकिन सारी व्यवस्थाएं भीड़ के आगे ध्वस्त हो गईं। स्टेशन रोड से बेली रोड जाने वाला मार्ग, गांधी मैदान से एनआईटी घाट जाने वाला मार्ग और गर्दनीबाग जाने वाले रास्ते में फ्लाईओवर पर वाहन रेंगते नजर आए।गंगा स्नान करने आए श्रद्धालु भी नगर में जाम में फंसे रहे। यह जाम सुबह से दोपहर तक लगा रहा। लगभग आठ से 10 हजार गाड़ियां सिर्फ पटना में जाम में फंसी रहीं, जबकि पटना और हाजीपुर को जोड़ने वाले जेपी सेतु पुल पर भी जाम लगा रहा।
पटना के अलावा बिहार के हाजीपुर, बेगूसराय के सिमरिया, गंडक नदी के त्रिवेणी संगम और बागमती के तटों सहित कमला नदी तट पर श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई।उल्लेखनीय है कि सनातन धर्म में कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान-दान करने का बड़ा महत्व है। इस अवसर पर देशभर में गंगा नदी के घाटों पर स्नान के लिए भीड़ उमड़ती है। विशेषकर पटना, वाराणसी, हरिद्वार, ऋषिकेश और प्रयागराज में बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान-दान के लिए पहुंचते हैं।
भागलपुर। कार्तिक पूर्णिमा को लेकर शुक्रवार को जिले के विभिन्न गंगा घाटों पर स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।शहरी क्षेत्र के बूढ़ानाथ, एसएम कॉलेज, सीढ़ी घाट, खिरनी घाट, मुसहरी घाट, बरारी घाट, बरारी सीढ़ी घाट और पुल घाट पर अहले सुबह से ही गंगा स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। गंगा स्नान करने के बाद श्रद्धालुओं ने दीप दान भी किया।
उल्लेखनीय हो कि रानी सती मंदिर में दीपोत्सव मनाया जाएगा साथी गेंदा, गुलाब और रजनीगंधा फूल का भव्य श्रृंगार किया जाएगा। इस दौरान महा आरती भी होगी। सिर्फ भागलपुर के ही लोग नहीं बल्कि बांका, झारखंड, गोड्डा समेत आसपास के जिले के लोग भी भागलपुर गंगा स्नान करने के लिए पहुंचे थे। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सामाजिक संगठनों के द्वारा गंगा घाट पर व्यवस्था कुछ गई थी। उधर सुलतानगंज के अजगैविनाथ धाम में भी सुबह से शिव भक्तों की भीड गंगा स्नान करने के लिए उमड़ पड़ी।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन से महिलाएं एक माह तक बिना लहसुन प्याज खाए सूर्य उदय से पहले स्नान कर पूजापाठ करती हैं। आज के दिन गंगा में डुबकी लगाकर फल प्रसाद दीप जलते हुए उत्तरवाहिनी गंगा में दीप प्रज्ज्वलित करती हैं। ऐसा करने से कार्तिक भगवान सबों की मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। विशेषकर कुंवारी कन्याएं यह पर्व करती हैं। जिससे उन्हें मनपसंद वर की प्राप्ति होती है।