झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के चलते राज्यभर में सुरक्षा और आर्थिक अनुशासन पर नजरें गड़ी हुई हैं। इसी बीच शुक्रवार, 25 अक्टूबर की सुबह, गिरिडीह जिले में इनकम टैक्स विभाग की टीम ने दो प्रमुख व्यापारियों के ठिकानों पर छापेमारी कर तहलका मचा दिया। इनमें से एक व्यापारी मनीष वर्णवाल हैं, जो शारदा बुक के मालिक के रूप में जाने जाते हैं।
बरगंडा स्थित शारदा बुक के ठिकाने पर पहुंची इनकम टैक्स की टीम
इनकम टैक्स विभाग के अधिकारी शुक्रवार सुबह बरगंडा क्षेत्र में स्थित शारदा बुक के मालिक मनीष वर्णवाल और शैलपुत्री कंपनी के आवासों पर रेड डालने पहुंचे। इस दौरान इनकम टैक्स अधिकारियों के साथ कई वाहन भी मौजूद थे, जिससे इलाके में हलचल मच गई। छापेमारी के दौरान मनीष वर्णवाल और शैलपुत्री कंपनी के आवासों को पूरी तरह से सुरक्षा घेरे में ले लिया गया, जिससे किसी को भी आवासों में प्रवेश या बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी गई।
सुबह 6 बजे से जारी है जांच, दस्तावेजों की हो रही है गहन जांच
छापेमारी की यह कार्रवाई सुबह 6 बजे से शुरू हुई, जिसमें इनकम टैक्स विभाग के अधिकारी दोनों व्यापारियों के वित्तीय रिकॉर्ड, लेन-देन और अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों की बारीकी से जांच कर रहे हैं। आईटी टीम के द्वारा कई गुप्त सूचनाओं के आधार पर यह छापा मारा गया है। जानकारी के अनुसार, अधिकारियों ने घर और ऑफिस के अलग-अलग हिस्सों में रखे दस्तावेजों और बैंक लेनदेन की विस्तार से पड़ताल की। किसी भी बाहरी व्यक्ति को आवास के पास जाने से रोक दिया गया है।
चुनाव के समय में आईटी की छापेमारी के क्या हो सकते हैं मायने?
विधानसभा चुनाव के बीच व्यापारियों के यहां रेड होने से कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। झारखंड में चल रहे नामांकन के दौर के दौरान इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी एक सख्त कदम के रूप में देखा जा रहा है। चुनावी माहौल में इस तरह की कार्रवाई पर कयास लग रहे हैं कि इन व्यापारियों से संबंधित कई फाइनेंशियल रिकॉर्ड और लेन-देन चुनावी गतिविधियों के लिए संदेहास्पद माने जा रहे हैं। इस रेड की खबर सामने आते ही राजनीतिक और व्यावसायिक हलकों में खलबली मच गई है, और क्षेत्रीय लोग इस जांच की ओर अपनी नज़र बनाए हुए हैं। आने वाले दिनों में इनकम टैक्स विभाग की इस कार्रवाई के परिणाम और जांच में सामने आने वाले तथ्यों का इंतजार किया जा रहा है, जो चुनावी माहौल में और अधिक हलचल मचा सकते हैं