Araria: पलासी थाना क्षेत्र के एक गांव में शादी का प्रलोभन देकर युवती को अगवा कर उसके इज्जत को तार तार करने के बाद जान से मारने की नियत से आरोपितों ने हाथ पैर बांधकर नदी में फेंक दिया।किसी तरह नदी में जान बचाकर बीड़ी पुल के पास पहुंची और मदद के लिए गुहार लगाई,जिसके बाद अगल बगल के मजदूरों ने नदी से सुरक्षित युवती को बाहर निकाला। बाद में पीड़ित युवती ने पलासी थाना में दो नामजद आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कराया लेकिन पुलिस आरोपितों के खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले रहा।फलस्वरूप दोनों आरोपित छुट्टा घूम रहा है और केस दर्ज होने के बाद युवती और उसके परिजनो को खुलेआम धमकी दे रहा है,जिससे युवती समेत परिवार वाले खौफ के साए में रहने को मजबूर है।
थाना,पुलिस अधिकारी से गुहार लगाने के बाद सोमवार को पीड़ित युवती अररिया एमपी के पास पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई।पीड़ित युवती ने कोर्ट में भी 164 के बयान दर्ज करवाया है।पीड़िता ने ताराबाड़ी थाना क्षेत्र के बेंगा के रहने वाले 24 वर्षीय प्रशांत यादव पिता-अनिल पंजियार और 20 वर्षीय सौरव पिता -मनोज यादव के साथ दो अन्य अज्ञात युवकों के द्वारा 15 अगस्त को अगवा कर नदी के किनारे ले जाकर बुरी नियत के साथ दुर्व्यवहार करने के बाद हाथ पैर बांधकर नदी में फेंक देने का आरोप लगाया है।जिसको लेकर पलासी थाना में 283/24 दिनांक 15 अगस्त 24 धारा 126(2),76,109,3(5) बीएनएस के तहत प्राथमिकी पीड़िता के द्वारा दर्ज कराया गया।
पीड़िता के द्वारा अपने साथ हुए जुल्मों सितम को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद पुलिस की निष्क्रियता का खामियाजा अब पीड़िता और उनके परिवार वालों को उठाना पड़ रहा है।खुलेआम आरोपितों और उनके आदमियों के द्वारा की उठा लेने से लेकर जान मारने तक की धमकी दी जा रही है।जिससे पूरा परिवार भय के साए में है।पीड़िता थाना से लेकर पुलिस अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों तक के पास जाकर गुहार लगाकर न्याय की भीख मांग रही है।इसी कड़ी में पीड़िता सांसद प्रदीप कुमार सिंह के पास आपबीती सुनाते हुए न्याय की गुहार लगाई।
पलासी थाना क्षेत्र की पीड़ित युवती ने बताया कि ताराबाड़ी थाना क्षेत्र के बेंगा गांव के रहने वाले प्रशांत यादव पिता -अनिल पंजीयार के साथ डेढ़ साल से संपर्क में थी।शादी का प्रलोभन देकर प्रशांत युवती का यौन शोषण करता था।इसी कड़ी में बीते 15 अगस्त को प्रशांत ने उन्हें शादी को लेकर फोन करके बुलाया और फिर नदी के किनारे अपने अन्य दोस्तों के साथ ले जाकर दुर्व्यवहार करते हुए उनके दुपट्टे से हाथ पैर को बांधकर नदी में फेंक दिया।जिसके बाद युवती किसी तरह जान बचाकर बीड़ी पुल के पास पहुंची और फिर वहां मजदूरों के मदद से सुरक्षित बाहर निकली।युवती के द्वारा एफआईआर दर्ज कराए जाने के दस दिनों के बाद भी पुलिस की कार्रवाई नहीं होने से आरोपितों के खुलेआम घूमने और धमकी दिए जाने की बात युवती ने करते हुए एमपी प्रदीप कुमार सिंह से न्याय की गुहार लगाई।
पीड़िता की आपबीती सुनने के बाद सांसद प्रदीप कुमार सिंह ने घटना को बेहद शर्मनाक और निंदनीय करार देते हुए एसपी से बात कर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई करने और मिल रहे धमकी के आलोक में पीड़िता और उसके परिवार वालों के सुरक्षा देने को कहा। एसपी ने एमपी को बताया गया कि मामले में उनके द्वारा ही युवती का मेडिकल जांच के साथ ही 164 का बयान कोर्ट में कराया गया।एमपी प्रदीप कुमार सिंह ने मामले में आरोपितों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई के साथ गिरफ्तार कर स्पीडी ट्रायल चलाकर आरोपितों को सजा दिलाए जाने की वकालत की।