.दुमका और बेरमो उप चुनाव में निर्वाचित दोनों विधायक बसंत सोरेन और कुमार जय मंगल को विधानसभा की सदस्यता की शपथ दिलाई गई
रांची।
झारखंड विधान सभा के बुलाए गए विशेष सत्र के दौरान कुछ संशोधनों के बाद सरना आदिवासी धर्म कोड के प्रस्ताव को बुधवार को ध्वनिमत से मंजूरी दे दी गई। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आदिवासियों के लिए सरना धर्म कोड महत्वपूर्ण है। इसके लिए सरकार प्रतिबद्ध भी है। वही सदन में मौजूद भाजपा के विधायकों ने सरना धर्म कोड के प्रस्ताव का समर्थन करते हुए कांग्रेसी पर राजनीति करने का आरोप लगाया। सदन में प्रस्ताव पर हुई चर्चा के दौरान पक्ष- विपक्ष के सदस्यों के आग्रह पर प्रस्ताव में संशोधन करते हुए सरना आदिवासी धर्म कोड रखने पर सहमति दी गई। इसके बाद प्रस्ताव को ध्वनिमत से मंजूरी प्रदान कर दी गई। इसके बाद प्रस्ताव को केंद्र सरकार को भेजने की भी मंजूरी प्रदान कर दी गई।
चर्चा के दौरान विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि पार्टी सरना धर्म कोड की मांग का समर्थन करती है। लेकिन सरकार की ओर से विधानसभा में रखे गए इस संकल्प के नाम आदिवासी/ सरना धर्म पर पार्टी को आपत्ति है। इस नाम से थोड़ा शक लग रहा है और षड्यंत्र की आशा आशंका उत्पन्न हो रही है।इसलिए आदिवासी धर्म सरना कोड की जगह इस प्रस्ताव का नाम आदिवासी सरना कोड रखा जाए। सदन में चर्चा के दौरान विधायक बंधु तिर्की] झारखंड मुक्ति मोर्चा के दीपक बिरुआ, आजसू के लंबोदर महतो, माले के विनोद सिंह, कांग्रेस की ममता देवी सहित कई सदस्यों ने चर्चा में भाग लेते हुए प्रस्ताव का समर्थन किया। सदस्यों ने कहा कि आदिवासियों की अपनी अलग पहचान रही है इसलिए अलग धर्म कोड होना चाहिए। सदस्यों के सुझावों के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि इस मसले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। वर्ष 2011 की जनगणना में आदिवासियों की जनसंख्या 11 करोड़ थी जो कुल आबादी का 8-9% है। मुख्यमंत्री ने प्रस्ताव पर संशोधन देते हुए आदिवासी सरना धर्म कोर्ट की जगह सरना आदिवासी धर्म कोड के प्रस्ताव को पारित करने का आग्रह किया जिसे विधानसभा में ध्वनिमत से मंजूरी प्रदान कर दी गई।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि दुमका और बेरमो विधानसभा में उनकी ओर से धनबल का दुरुपयोग किया गया। इसके बावजूद उन्हें जनता ने खारिज करने का काम किया है। इसलिए उन्हें 5 वर्षों तक आराम करना चाहिए। एक दिवसीय विशेष सत्र में दुमका और बेरमो उप चुनाव में निर्वाचित दोनों विधायक बसंत सोरेन और कुमार जय मंगल को विधानसभा की सदस्यता की शपथ दिलाई गई। इसके अलावा शोक प्रस्ताव में दिवंगत अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हाजी हुसैन अंसारी, पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और पूर्व मुख्य सचिव सजल चक्रवर्ती समेत अन्य दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि भी दी गई। इसके बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई पुलिस तो