Ranchi: राज्य के नवचयनित 1500 प्लस टू शिक्षकों को तीन जुलाई को प्रस्तावित नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम को स्थगित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन प्रभात तारा मैदान में शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित करने वाले थे। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने अपरिहार्य कारण बताते हुए इस समारोह को स्थगित कर दिया है।
राज्य में वर्ष 2022 में 3120 प्लस टू शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की गयी थी। इसमें प्रथम चरण में लगभग 1000 शिक्षकों को इस वर्ष मार्च में नियुक्ति पत्र दिया गया था। दूसरे चरण में 1500 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया जाना था। बताया गया कि नियुक्ति पत्र वितरण समारोह की सारी तैयारी लगभग पूरी हो चुकी थी। जर्मन हैंगर लगाये गये थे, जिसमें करीब 6000 लोगों के बैठने की व्यवस्था भी की गयी थी।
स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षक प्रतियोगिता परीक्षा नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम स्थगित होना छात्रों की जीत : डॉ हिमंत विश्व शर्मा
झारखण्ड सरकार के द्वारा स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षक प्रतियोगिता परीक्षा पास अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देने के कार्यक्रम को स्थगित किये जाने के बाद झारखण्ड के विधान सभा चुनाव सह प्रभारी एवं असम के मुख्यमंत्री डॉ हिमंत विश्व सरमा ने अपने एक्स हैडल के माध्यम से कहा कि “झारखण्ड में पीजीटी का स्थगित होना राज्य के लाखों युवाओं की जीत है। अंततः सरकार को युवाओं की मांग को स्वीकार करते हुए इसे स्थगित करना पड़ा। नियुक्तियां फ्री और फेयर की जाएं और मामले की जांच सीबीआई करे।”
स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षक प्रतियोगिता परीक्षा घोटाला की जांच सीबीआई से करवानी ही होगी : अमर कुमार बाउरी
वहीं नेता प्रतिपक्ष, झारखण्ड विधान सभा, अमर कुमार बाउरी ने अपने एक्स हैडल के माध्यम से कहा कि “सिर्फ स्थगन नहीं सीबीआइ जांच व कड़ी कार्रवाई जरूरी है। युवाओं के भविष्य से झामुमो-कांग्रेस-राजद सरकार को खेलने नहीं दिया जायेगा। राज्य के लाखों युवाओं के हक व अधिकार की लड़ाई जारी रहेगी – बात सिर्फ पीजीटी परीक्षा तक सीमित नहीं है, राज्य में बड़ी साजिश के तहत नियुक्ति घोटाला झामुमो-कांग्रेस-राजद सरकार के संरक्षण में अंजाम दिया गया है। मांग स्पष्ट है – राज्य सरकार इस नियुक्ति घोटाले की जांच सीबीआई को सौंपे और सेटिंग करने और करवाने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करे।”
ज्ञात हो कि झारखण्ड सरकार ने स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षक प्रतियोगिता परीक्षा पास अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देने के कार्यक्रम 3 जुलाई 2024 को तय किया था। जिसमें 1500 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया जाना था। लेकिन इस परीक्षा में हुई गड़बड़ी को लेकर एक तरफ छात्र धरना पर बैठे है वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी, झारखण्ड प्रदेश ने भी सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन कर इस मामले की जांच सीबीआई से करवाने की मांग की थी। जिसके बाद मुख्यमंत्री सचिवालय के निर्देश के बाद शिक्षा विभाग ने इस कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है।