वाशिंगटन।
अमेरिका के 64वें राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित घोषित किए गए डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार 77 वर्षीय जोसोफ आर बाइडन आगामी 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। जीत के बाद अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए बाइडन ने पूरे अमेरिका के लोगों पर भरोसा दिखाया। उन्होंने वादा किया कि राष्ट्रपति बनने के बाद तोड़ने का नहीं बल्कि जोड़ने का काम करेंगे। उन्होंने देश के सभी लोगों से आपसी मनमुटाव और रंजिशो को भुलाकर एक सूत्र में बंध जाने की अपील की है। मौके पर उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि इस समय देश को एकजुटता, भाईचारे और जख्मों को सहलाने की जरूरत है। पूरी दुनिया की निगाहें अमेरिका पर टिकी है। अमेरिका को करोना महामारी की परीक्षा में उत्तीर्ण होना है। बाइडेन ने भारत के चेन्नई निवासी भारतवंशी महिला कमला हैरिस के उपराष्ट्रपति बनने पर इसे देश का सौभाग्य बताया।
कमला हैरिस ने मां को किया याद
मौके पर कमला हैरिस ने देश की महिलाओं व प्रत्येक वर्ग की बालिकाओं को आश्वस्त किया कि वह इस उच्च पद पर आसीन होने वाली अंतिम महिला नहीं होंगी। अमेरिका में महिला और वह भी अश्वेत को ऐसे बड़े ओहदे पर बैठना एक असाधारण घटना है। हैरिस ने मौके पर अपनी मां को याद करते हुए कहा कि उन्होंने जो संस्कार दिए हैं वह उनका निर्वहन उपराष्ट्रपति पद पर रहते हुए करेंगी। इस पद पर लाने के लिए देशवासियों ने जो उन पर भरोसा जताया है वह उस पर खरे उतरेंगी।