Ranchi: नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) पेपर लीक मामले में हर दिन नया खुलासा हो रहा है। पटना के रामकृष्णा नगर स्थित एक निजी स्कूल से बरामद हुए नीट-यूजी के अधजले प्रश्न पत्र का सीरियल कोड झारखंड के हजारीबाग जिले के मंडई रोड स्थित ओएसिस स्कूल परीक्षा केंद्र का है। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के सत्यापन में प्रथमदृष्टया इस परीक्षा केंद्र से प्रश्न पत्र की पैकिंग के संदिग्ध पॉलीबैग, संबंधित अभ्यर्थी से बरामद मूल प्रश्न पत्र की पैकिंग और संबंधित पैकिंग ट्रंक में इन सभी के साथ छेड़छाड़ होना पाया गया है।
ईओयू की जांच में खुलासा हुआ है कि प्रश्न पत्र की सॉल्वड पीडीएफ कॉपी संजीव कुमार उर्फ लूटन मुखिया के माध्यम से गिरफ्तार अभियुक्त बालदेव कुमार उर्फ चिंटू के मोबाइल पर परीक्षा तिथि पांच मई की सुबह पहुंची थी, जिसके बाद उसे अभ्यर्थियों को रटवाया गया। अधजले प्रश्न के सीरियल कोड से संबंधित जानकारी 20 जुलाई को एनटीए से मिलने के बाद स्पष्ट हुआ कि यह सीरियल कोड हजारीबाग के मंडई रोड के कल्लू चौक स्थित ओएसिस स्कूल का है। इसके बाद ईओयू की टीम ने हजारीबाग जाकर इसका सत्यापन किया। सत्यापन में पैकिंग ट्रंक में प्रथमदृष्टया छेड़छाड़ होना पाया गया है।
हजारीबाग में इन पांच केंद्रों पर हुई थी परीक्षा
बिहार ईओयू की टीम ने 21 जून को ओएसिस स्कूल में आकर नीट परीक्षा संचालन से संबंधित जानकारी ली। हजारीबाग शहर के पांच स्कूलों में नीट परीक्षा का केंद्र था। इसमें ओएसिस स्कूल, होली क्रॉस स्कूल, डीएवी स्कूल, विवेकानंद पब्लिक स्कूल एवं संत जेवियर्स स्कूल शामिल हैं।
नीट पेपर लीक मामले में ओएसिस स्कूल पर लगाए गए आरोप गलत : प्राचार्य
हजारीबाग एनटीए के सिटी कोऑर्डिनेटर और ओएसिस स्कूल के प्राचार्य डॉ एहसान उल हक ने नीट पेपर लीक मामले में उनके स्कूल पर लगाए जा रहे आरोपों से साफ इनकार किया है। प्राचार्य ने पेपर लीक मामले पर सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि पांच मई को सुबह 7:30 बजे बैंक से प्रश्नपत्र का बॉक्स प्राप्त हुआ था। इसके बाद नियमानुसार परीक्षा ली गई। स्कूल से प्रश्नपत्र लीक नहीं हुआ है। एहसान उल हक ने कहा कि पूर्व के दो प्रश्न पत्र लीक मामले में ईओयू की टीम हजारीबाग आई थी। उन्होंने संदिग्ध स्थानों और स्कूल की जांच की। जांच के दौरान पाया गया कि जिस प्रश्न पत्र के लीक होने की बात कही जा रही है उसके प्लास्टिक पैकेट के साथ छेड़छाड़ की गई है।
प्राचार्य ने यह भी कहा कि जांच के दौरान पाया गया कि प्रश्न पत्र तीन मई को ब्लू डार्ट कूरियर सर्विस के माध्यम से एसबीआई बैंक हजारीबाग में पहुंचाया गया था। प्रश्न पत्र लाने के लिए नेटवर्क के एक वाहन का इस्तेमाल किया गया था। ब्लू डार्ट कूरियर सर्विस ने टोटो ई-रिक्शा के माध्यम से प्रश्न पत्र को हजारीबाग के बैंक तक पहुंचाया गया। जिस वाहन से प्रश्न पत्र लाया गया था उसमें भी सुरक्षा का ख्याल नहीं रखा गया था।
एहसान उल हक ने कहा कि हजारीबाग के जिस बैंक में प्रश्नपत्र रखा गया था, वहां भी नियमों का पालन नहीं किया गया। महज एक छोटे से पुर्जे में रिसीविंग दिखाया गया है। ईओयू की टीम जांच के लिए बैंक भी पहुंची, जहां उन्होंने संबंधित अधिकारी से विस्तृत जानकारी ली। वहां भी टीम को घोर लापरवाही के संकेत मिले हैं।
ईओयू की टीम ने हजारीबाग एसबीआई बैंक से पांच मई को ऑब्जर्वर द्वारा नीट का प्रश्न पत्र प्राप्त करने की जानकारी ली। बैंक से रिसीव करने का समय व हस्ताक्षर की भी जांच की गयी। टीम ने बैंक के लॉकर तक प्रश्न पत्र की पेटी आने और परीक्षा केंद्र तक जाने का वीडियोग्राफी फुटेज देखा। एसबीआई से सभी पांच परीक्षा केंद्रों पर पांच मई की सुबह प्रश्न पत्र पेटी भेजे जाने की भी जानकारी ली गयी।
नीट पेपर लीक मामले की जांच करने सीबीआई की स्पेशल टीम पटना पहुंची
नीट-यूजी परीक्षा -2024 में पेपर लीक समेत दूसरी गड़बड़ियों की जांच के लिए सीबीआई ने तत्काल एक्शन शुरू कर दिया है। शनिवार की रात केंद्र सरकार ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी थी। रविवार को सीबीआई ने केस दर्ज किया और जांच के लिए दो खास टीमों का गठन किया। इनमें से एक टीम रविवार शाम पटना पहुंच गयी है।
सीबीआई सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक टीम ने बिहार के ईओयू से संपर्क साधा है। ईओयू से नीट पेपर लीक से संबंधित कागजातों और अब तक हुई जांच रिपोर्ट मांगी गयी है। सीबीआई की टीम सारे कागजातों की तहकीकात के बाद अपनी कार्रवाई शुरू करेगी।इससे पहले सीबीआई की ओर से जारी जानकारी में बताया गया है कि सीबीआई ने भारत सरकार के उच्च शिक्षा निदेशक की लिखित शिकायत के आधार पर नीट परीक्षा में गडबड़ी से संबंधित एक आपराधिक मामला दर्ज किया है। 5 मई 2024 को नीट (यूजी) 2024 परीक्षा एनटीए द्वारा 571 शहरों में 4,750 केंद्रों पर आयोजित करायी गई थी जिसमें 23 लाख से अधिक उम्मीदवार शामिल हुए थे।
एफआईआर में कहा गया है कि नीट (यूजी) 2024 परीक्षा के आयोजन के दौरान कुछ राज्यों में कुछ अलग-अलग घटनाएं हुईं। इसलिए, शिक्षा मंत्रालय ने सीबीआई से गड़बड़ी की व्यापक जांच करने का अनुरोध किया है। सीबीआई से कहा गया है कि वह नीट परीक्षा में साजिश, धोखाधड़ी, उम्मीदवारों, संस्थानों और बिचौलियों द्वारा सबूतों को नष्ट करना, अनियमितताओं का पता लगाये। अगर इस मामले में एनटीए से जुड़े लोग शामिल हैं तो उनकी भूमिका का भी पता लगाया जाये।सीबीआई ने आपराधिक मामला दर्ज करने के साथ जांच शुरू कर दी है। सीबीआई ने दो विशेष टीमों का गठन किया है। सीबीआई की विशेष टीमों को बिहार के पटना और गुजरात के गोधरा भेजा गया है।