Nawada : जिले के पकरीबरावां थानाक्षेत्र में बुधौली गांव के मुखिया पप्पू मांझी की अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्याए कर दी। मुखिया का शव गांव के इंटर इंटर विद्यालय के मैदान से पुलिस ने बरामद किया है। मृतक के कनपट्टी में गोली मारी गयी है ।मृतक पप्पू मांझी एक गरीब परिवार से आते थे और ससुराल में हीं बस गए थे । वे बुधौली पंचायत से लगातार दो बार मुखिया निर्वाचित हुए थे .वे स्थानीय अमरेन्द्र यादव के चहेते थे ,उनकी जीत में अमरेन्द्र यादव का पुरा -पुरा साथ होता था । अब ऐसे में उनकी हत्या किसने और क्यों किया यह खुलासा नहीं हो पाया है .
परिजनों द्वारा बताया जा रहा है कि रात्रि में लगभग 10 बजे फोनकर बुलाया गया ,लेकिन वे फिर वापस नहीं आये .सुबह में गोलीमार हत्या कर दिए जाने की सूचना पर पहुंचे तो विद्यालय के मैदान में शव पड़ा था .ये बहुत हीं सीधे -साधे और शांत स्वभाव के व्यक्ति थे .इनसे किसी की दुश्मनी नहीं थी .हत्या के बाद पुरा परिवार दहशत में हैं ।
घटनास्थल पर पहुंचे पकरीबरावां अनुमंडल के डीएसपी महेश चौधरी और पकरीबरावां थानाध्यक्ष अजय कुमार दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंच गयी है और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए नवादा भेज रहे हैं . वहीं डीएसपी महेश चौधरी ने कहा हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है ।स्थानीय लोगों द्वारा मुखिया की हत्या कर दिए जाने की सूचना दिया गया था। सूचना पर पहुंची पुलिस मामले की जांच और पूछताछ के बाद परिजन के दिए आवेदन और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई किया जाएगा । बहरहाल पुलिस जांच में जुटी है
राजनीतिक कारणों से नवादा में महादलित मुखिया पप्पू मांझी की गोली मारकर हुई हत्या
पकरीबरावां प्रखंड के बुधौली पंचायत की मुखिया पप्पू मांझी की गोली मारकर हत्या किए जाने के मामले में पंचायत में चल रहे राजनीति को कारण माना जा रहा हैं। प्रारंभिक जांच में हत्या के पीछे राजनीतिक पाया गया उससे हत्या के पीछे कुछ और कहानी भी हो सकती है। घटनास्थल पर मुखिया का पैंट शर्ट लाश के नीचे रखा था। जबकि मोबाइल चड्डी के अंदर था। इससे यह भी प्रतीत हो रहा है कि हत्या कही और करके शव को स्कूल के पास लाकर रखा गया हो। फिलहाल पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। घटना सामने आने के बाद घर परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
अब पुलिस वहीं से अपना अनुसंधान प्रारंभ की है। जिस व्यक्ति से अंतिम बात हुई थी, उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है। पंचायत के उप मुखिया और पूर्व मुखिया भी शक के दायरे में बताए जा रहे हैं। पुलिस जांच के दौरान अभी तक कोई ठोस निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सके।
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