Ramgarh: रामगढ़ शहर के विद्यानगर मोहल्ले में सुशीला देवी (60 ) की हत्याकांड में पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो कई संदिग्ध नजर आए। इसमें चार ऐसे संदिग्ध नजर आए हैं, जिसका आयु वर्ग दर्ज प्राथमिक्की के अनुसार मैच करता है। 20 वर्ष से लेकर 30 वर्ष तक के बीच में चार ऐसे संदिग्ध अपराधी नजर आए हैं, जो सुबह नौ बजे के आसपास विद्यानगर मोहल्ले में घुसे थे। गौरतल हो कि विद्यानगर मोहल्ले में गुरुवार को अपराधियों ने दिनदहाड़े घर में घुसकर एक बुजुर्ग महिला की हत्या कर दी गई। अपराधी इतने शातिर थे कि उन्होंने साक्ष्य मिटाने के लिए घर के कमरे में आग लगा दी। साथ ही इस वारदात को लूटपाट की शक्ल भी देने की कोशिश की थी।
ब्लैक टी-शर्ट और टोपी पहना हुआ एक युवक, ब्लैक शर्ट और क्रीम कलर का पैंट पहना हुआ एक युवक जिसने अपना चेहरा गमछा से ढंका हुआ था, तीसरा जिंस-शर्ट और टोपी लगाया हुआ युवक सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ है। इसके साथ ही लेगिंग्स और कुर्ती पहनी हुई एक लड़की भी सीसीटीवी कैमरे में संदिग्ध अवस्था में कैद की गई है। लड़की और जींस शर्ट पहने हुए युवक के पास बैग और पर्स मौजूद है। बाकी दो युवकों के पास ना तो बैग था और ना ही कोई सामान। यह चारों लोग एक-एक कर अलग-अलग होकर विद्यानगर मोहल्ले में घुसे हैं।
सुशीला निवास के पास एक साथ दिखे चारों संदिग्ध
जब अशर्फी प्रसाद के घर ‘सुशीला निवास’के पास चारो लोग पहुंचे हैं तब उन्हें एक साथ मोहल्ले वालों ने भी देखा। कुछ के चेहरे पर दाढ़ी है और कुछ क्लीन सेव में भी हैं। लड़की का ड्रेस भी दो रंग में है। अब पुलिस उन अपराधियों को पकड़ने में जुटी हुई है। आसपास के लोगों ने भी उन शातिर अपराधियों को देखा है। जिस तरीके का हुलिया मोहल्ले वासियों ने पुलिस को बताया, सीसीटीवी में भी वैसा ही हुलिया पुलिस को भी नजर आया है।
सुशीला देवी अपने खूबसूरत आशियाने में अपने पति अशर्फी प्रसाद, बेटी अल्का और नाती-नतनी के साथ रह रही थी। नतनी को छोड़ने के लिए अशर्फी प्रसाद बुधवार को ही कोलकाता निकले थे। अपराधियों को उनके जाने की पक्की खबर थी। साथ ही उन्हें इसकी सूचना भी थी कि बेटी अल्का मेदांता अस्पताल रांची में काम करती हैं। गुरुवार की सुबह 7:00 बजे वह मेदांता अस्पताल ओरमांझी के लिए निकल गई थी जिसके बाद अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया।