Nawada: लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण में शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा के बीच नवादा लोकसभा क्षेत्र के 1796 मतदान केद्रों पर मतदान संपन्न हो गया ।कौवाकोल के दनियाँ मतदान केंद्र पर मतदाताओं ने मतदान केंद्र बदल दिए जाने को लेकर वोट बहिष्कार किया था लेकिन काफी देर से चुनाव प्रेक्षक के आग्रह पर मात्र 20 प्रतिशत मतदान सम्पन्न हुए। मतदाताओं की उदासीनता के कारण नवादा लोकसभा क्षेत्र में मात्र 40.2 प्रतिशत ही मतदान संपन्न कराया जा सका।
नवादा, हिसुआ, गोविंदपुर, रजौली, वारसलीगंज तथा शेखपुरा जिले के बरबीघा विधानसभा क्षेत्र को मिलाकर नवादा संसदीय क्षेत्र बनाया गया है, जिसमें 20 लाख 6लाख 124 मतदाताओं को अपना मताधिकार का प्रयोग करना था लेकिन 50% से कम मतदाताओं ने अपना मताधिकार का प्रयोग किया है, जिससे स्थिति गंभीर से दिख रही है।
मतदान समाप्त होते ही चुनाव लड़ रहे 8 प्रत्याशियों का ईवीएम में कैद होकर रह गया है,जिसमें प्रमुख एनडीए प्रत्याशी विवेक ठाकुर ,महागठबंधन प्रत्याशी श्रवण कुशवाहा, राष्ट्रीय जनता दल के बागी प्रत्याशी निर्दलीय विनोद यादव ,निर्दलीय प्रत्याशी गुंजन सिंह ,गनौरी पंडित सहित आठ शामिल है।
मतदान केंद्र से लौट रहे कई मतदाताओं ने बताया कि उनका नाम पता नहीं चला,जिस कारण वे बिना वोट दिए घर लौट गये ।बीएलओ ने उन्हें पर्ची नहीं दी है । मतदाता संख्या की पर्ची नहीं दिए जाने के कारण भी भारी संख्या में मतदाताओं ने अपना मताधिकार का प्रयोग नहीं किया,जिसे एक बडी प्रशासनिक खामियां बताई जा रही।नवादा के जिलाधिकारी सहनिर्वाचीअधिकारी प्रशांत कुमार,एसपी कार्तिकेय शर्मा ने कई मतदान केद्रों का दौरा कर हालात का जायजा भी लिया जिले के उग्रवाद प्रभावित गोविन्दपुर प्रखंड क्षेत्र के बकसोती पंचायत कोलजा गांव के बूथ संख्या 237 के मतदाताओं ने लोकसभा चुनाव में मतदान का बहिष्कार किया। चुनाव बहिष्कार की घोषणा से प्रशासन का मतदान प्रतिशत बढ़ाने के अभियान को झटका लगा है।
बूथ स्थानांतरण से आक्रोशित कौआकोल के दनियाँ गांव के महज 20 मतदाताओं ने ही अपना वोट डाले
बूथ स्थानांतरण से आक्रोशित कौआकोल के दनियाँ गांव के महज 20 मतदाताओं ने ही अपना वोट डाले । जानकारी अनुसार नवादा संसदीय क्षेत्र के गोविंदपुर विधानसभा अंतर्गत कौआकोल प्रखण्ड के बूथ संख्या- 328 पर लोकसभा चुनाव को लेकर मात्र 20 मतदाताओं ने अपना वोट का प्रयोग किया। बताया जाता है कि यहाँ के मतदाताओं में मतदान केंद्र उनके गांव (प्राथमिक विद्यालय दनियाँ) से स्थानांतरित कर दूसरे गांव (उत्क्रमित मध्य विद्यालय पचम्बा) में कर दिए जाने से काफी नाराजगी थी,जिस कारण इस गांव के मतदाताओं ने अपनी नाराजगी का इजहार करते हुए वोट का बहिष्कार कर दिया था।
दोपहर साढ़े तीन बजे तक एक भी मतदाताओं ने अपने वोट नहीं डाले। यहां तक कि इस मतदान केंद्र पर किसी भी राजनीतिक दल अथवा निर्दलीय प्रत्यशी का पोलिंग एजेंट (मतदान अभिकर्ता) तक नहीं पहुँच सका था, जिसके बाद स्थानीय प्रशासन लोगों को लगातार प्रेरित करती रही। पीठासीन अधिकारी राज कुमार प्रसाद सिन्हा ने बताया कि बूथ संख्या-328 पर कुल 762 मतदाताओं में 391 पुरूष एवं 371 महिला है। साढ़े तीन बजे तक एक भी मतदाताओं ने अपना वोट नहीं डाले। आब्जर्वर के समझाने जाने पर या मतदान कर्मियों ने अपना कोरम पूरा करने के लिए वोट डालने की खानापूर्ति की।
मतदान केंद्र पर तैनात सिपाही की एसएलआर व 20 गोली चोरी, पुलिस महकमे में मचा हड़कंप, सिपाही निलंबित
कड़ी सुरक्षा के बीच आरंभ हुये मतदान के बीच पकरीबरांवा थाना क्षेत्र के राजोबीघा गांव बूथ संख्या दांया भाग 234 पर तैनात सिपाही के एसएलआर व 20 कारतूस चोरी हो गई। मतदान केंद्र के करीब 200 मीटर की दूरी पर बारात ठहरी हुई थी। पोलिंग पार्टी के साथ पांच सुरक्षा बल गए थे, जिसमें एक उत्तम कुमार सिपाही, जिसकी रायफल व कारतूस रात को ही किसी ने चुरा ली। वारदात के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
समस्तीपुर जिला बल के सिपाही उत्तम कुमार राउत जब सुबह उठा तो वो अपने रायफल को उक्त स्थान पर नहीं पाया। हथियार की किसी अज्ञात द्वारा चोरी कर लिया गया है। पुलिस रायफल की खोजबीन में जुटी है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही किसी नतीजे तक पहुंचा जा सकता है। फिलहाल रायफल गायब होने की घटना के बाद प्रशासन ने सख्त फैसला लिया है और सिपाही को निलंबित कर दिया है। इस बावत पकरीबरांवा थाना कांड संख्या 179/24 दर्ज कर मामले की जांच आरंभ की है।