Nawada: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को बिहार के नवादा में भाजपा प्रत्याशी विवेक ठाकूर के पक्ष में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए इंडी गठबंधन पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन मतलब भ्रष्टाचारियों का ठिकाना। इंडी गठबंधन यानी देशविरोधी नफरती ताकतों का ठिकाना। इंडी गठबंधन के पास न कोई विजन है, न विश्वविसनीयता।
उन्होंने कहा कि बिहार में इंडी गठबंधन एक उम्मीदवार खड़ा करता है, तो दूसरा नेता कहता है कि वो असली नेता है। यहां तो घमासान मचा है। मोदी ने कहा कि कांग्रेस के लोग दक्षिण भारत अलग करने की बात कहते हैं। कांग्रेस के घोषणा पत्र में मुस्लिम लीग के विचार हैं। ये घोषणा पत्र नहीं तुष्टिकरण का पत्र है। भ्रष्टाचारियों को छुड़ाने के लिए इंडी गठबंधन बना है। हम कहते हैं भ्रष्टाचार हटाओ, वो कहते हैं भ्रष्टाचारियों को बचाओ। कांग्रेस-राजद एक भी वोट पाने के हकदार नहीं है।
राम मंदिर सरकारी तिजोरी से नहीं बना, बल्कि लोगों के चंदे से बना है
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि राम मंदिर सरकारी तिजोरी से नहीं बना, बल्कि लोगों के चंदे से बना है। किसी ने 5, किसी ने 10 रुपये दिए। विपक्ष ने कहा कि मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में नहीं जाएंगे। क्या ये शोभा देता है। और जब उनकी पार्टी के कुछ लोग राम मंदिर आ गए, तो पार्टी से 6 साल के लिए निकाल दिया। ये पाप करने वालों को भूलना मत। मोदी ने कहा कि बिहार के लोगों को लंबे समय तक जंगलराज में जीवन गुजारना पड़ा। बिहार में एक वह भी समय था कि हर मां अपनी बेटियों के घर से बाहर निकलने पर डरती थीं। लोग शाम के बाद घर से बाहर नहीं निकलते थे। नीतीश कुमार और सुशील मोदी के प्रयासों से बिहार उन परिस्थितियों से बाहर निकला है। अब हर बहन के पास मोदी की गारंटी भी है। अब मोदी की गारंटी है कि गांव की तीन करोड़ बहनों को लखपति दीदी बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि मोदी देश से गरीबी खत्म करने के मिशन में जुटा है। मैं भी आपकी तरह ही गरीबी को जी कर यहां आया हूं। मैं कभी भूल नहीं सकता कि 2014 के पहले देश की क्या स्थिति थी, करोड़ों देशवासियों के पास न घर था, न शौचालय था और न पीने के लिए स्वच्छ पानी। अस्पताल में इलाज के लिए गरीबों को दर-दर भटकना पड़ता था। गरीबी का बेटा मोदी गरीब का सेवक है। मैं जब तक गरीबी दूर नहीं कर लूंगा तब तक चैन से नहीं बैठूंगा। बीते दस वर्षों में जो काम हुआ वह आजादी के छह दशकों में भी नहीं हुआ था। जब नीयत सही होती है और हौसले बुलंद होते हैं तो नतीजे भी मिलते ही हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि साथियों मैंने लाल किले से कहा था कि यही समय है और सही समय है। हमलोग मिलकर काम करें तो भारत विकसित हो सकता है। अपनी गरीबी दूर कर सकता है। हमें इस मौके को गंवाना नहीं है। इसलिए 2024 का लोकसभा चुनाव काफी अहम हो गया है। बीते 10 साल में बिहार के लोगों ने देशहित में लिए गए अनेक बड़े निर्णय देखे हैं। आज बिहार में आधुनिक एक्सप्रेस वे बन रहे हैं। रेलवे का आधुनिकीकरण हो रहा है। वंदे भारत जैसी ट्रेनें बढ़ रही हैं। आज पूरी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। यह सब आपके वोट के कारण हो रहा है।
पूरे बिहार में एनडीए का परचम लहराने जा रहा है
मोदी ने कहा कि मैं नवादा के लोगों को नमन करता हूं। मैं सभी महान विभूतियों को नमन करता हूं। नवादा ने हमेशा भाजपा को, एनडीए को अपना भरपूर प्यार और आशीर्वाद दिया है। मैं देख रहा हूं कि आपका प्यार बता रहा है कि नवादा के साथ-साथ पूरे बिहार में एनडीए का परचम लहराने जा रहा है। पिछले 10 साल में जो काम हुए हैं, आज उसकी झलक दिख रही है। आज पूरा देश कह रहा है कि फिर एक बार एनडीए सरकार।
अपने बाल-बच्चों को भी बताइए। 2005 से पहले बिहार में क्या हाल था।
सीएम नीतीश ने मंच से अपने संबोधन में कहा कि बिहार के विकास में केंद्र सरकार के द्वारा बहुत सहयोग मिलता है। इसके लिए पीएम मोदी को धन्यवाद देते हैं। याद करिए जब हम लोग 2005 में आए थे और 2006 से सारा काम शुरू हुआ। खाली याद रखिएगा, जो कम उम्र के लोग हैं, वो भूल गए हैं। अपने बाल-बच्चों को भी बताइए। 2005 से पहले बिहार में क्या हाल था। सीएम नीतीश ने लालू-राबड़ी राज के दिनों को याद दिलाया और उसे नहीं भूलने की सलाह दी।
सीएम ने कहा कि आप शाम को घर से बाहर नहीं निकलते थे। उसको तो याद नहीं है। अब सब लोग शाम को चहल रहे हैं। आने-जाने का कोई रास्ता नहीं था। हम लोग 18 वें साल में है। इससे पहले उन्हें मिला था 15 साल, पति-पत्नी राज किए, कोई काम हुआ था, कुछ नहीं हुआ था। पहले की स्थिति पूरे तौर पर लोगों को मालूम होना चाहिए था। कितना विवाद और झगड़ा होता था, हिंदू-मुस्लिम में भी खूब झगड़ा। 2006 के बाद कोई झगड़ा होता है। जब हम लोग आए तो सबको एकजुट किया। काम करने वालों को वोट दीजिए। 2010 के चुनाव में 50 फीसदों मुस्लिमों ने एनडीए को वोट दिया था। पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सिर्फ एक महीने में 30-40 लोग आते थे। अब साल में एक हजार से ज्यादा लोग इलाज के लिए आ रहे हैं।