Patna: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है। बीएसईबी के अध्यक्ष आनंद किशोर ने रविवार को समिति के सभागार में 10वीं का रिजल्ट जारी किया है। मैट्रिक की परीक्षा में इस बार 16 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। अभ्यर्थी बोर्ड की वेबसाइट https:sebmatric.org एवं http://results.biharboardonline.com पर रिजल्ट देख सकते हैं।
बिहार बोर्ड की मैट्रिक की परीक्षा में 16.94 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिसमें 13 लाख 79 हजार 542 परीक्षार्थी पास हुए हैं। परीक्षा में कुल 82.91 फीसदी छात्र-छात्रा सफल हुए हैं। 04 लाख 52 हजार 302 छात्र-छात्राएं फर्स्ट डिवीजन से पास हुए हैं। मैट्रिक की परीक्षा में टॉप टेन में 51 स्टूडेंट शामिल है। द्वितीय श्रेणी में कुल 5,24,965 अभ्यर्थी सफल हुए है। इसमें छात्रों की संख्या 2,52,121 और छात्राओं की संख्या 2,27,844 है। तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण होने वाले 3,80,732 अभ्यर्थी हैं। इसमें छात्रों की संख्या 1,66,093 और छात्राओं की संख्या 2,14,639 है।
पूर्णिया के शिवांकर को मिले 489 अंक
मैट्रिक की परीक्षा में पूर्णिया के रहने वाले शिवांकर कुमार फर्स्ट टॉपर बने हैं। शिवांकर ने कुल 489 मार्क्स हासिल किए हैं। समस्तीपुर के रहने वाले आदर्श कुमार सेकंड टॉपर बने हैं। आदर्श कुमार को 488 अंक हासिल हुए हैं। जमुई स्थित सिमुलतला विद्यालय के स्टूडेंट आदित्य कुमार थर्ड टॉपर बने हैं। उन्हें 486 अंक हासिल हुए हैं। थर्ड टॉपर में कुल चार स्टूडेंट शामिल हैं।
शिवंकर सेना में अधिकारी बनना चाहता है
सीमित संसाधन के बीच पलकर ऊंची उड़ान भरने वाले शिवंकर ने यह बताया है कि हौसले बुलंद हों तो साधन कोई मायने नही रखता है। शिवंकर सेना में अधिकारी बनना चाहता है । दो दशक पहले पूर्णिया अराजकता और अपराध के लिए जाना जाता था लेकिन अब यह शिक्षा और चिकित्सा की नगरी में तब्दील हो चुका है और यही है नया पूर्णिया और बदलता पूर्णिया।शिवंकर ने साबित किया बदल गया है पूर्णिया।
शिवांकर ने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए रविवार को कहा कि मैंने मां की इच्छा को पूरा किया, क्योंकि मां ने मुझे कहा था बेटा अपनी बहन से ज्यादा नंबर लाना। उस वक्त मैंने सोचा था कि इतनी मेहनत करूंगा कि कम से कम बिहार के पांच टॉपर में एक अवश्य रहूं परंतु मुझे यह विश्वास नहीं था कि पूरे बिहार का मैं टॉपर बन जाऊंगा।
पूरे बिहार में चर्चा का विषय बने शिवांकर को मैट्रिक बोर्ड परीक्षा में 500 अंकों में 489 अंक मिले हैं। शिवांकर की मां और पिताजी ने काफी ग़रीबी में रहने के बावजूद अपने बच्चों को पढ़ाने की लालसा को कम नहीं किया। शिवांकर पूर्णिया के जिला स्कूल का छात्र है।मां कुमकुम देवी सिलाई कढ़ाई का काम करती है जबकि पिता संजय विश्वास प्राइवेट शिक्षक हैं।