गुमला।
घाघरा थाना क्षेत्र अंतर्गत कोटामाटी में गत 25 अक्टूबर की रात हुए भाई-बहनसंजीव रंजन भगत (20) और ममता खाखा (19) के हत्याकांड के मामले में डीजीपी एमबी राव ने लोहरदगा थाने के प्रभारी केशव साहू को सस्पेंड कर दिया है। गुमला दौरे पर पहुंचे डीजीपी ने मौके से ही थाना प्रभारी को सस्पेंड करने का आदेश जिले के एसपी को फोन पर दिया। डीजीपी द्वारा यह कार्रवाई हत्याकांड के मामले में प्रभारी द्वारा लापरवाही बरते जाने की बात सामने आने पर की गई। उल्लेखनीय है कि 25 अक्टूबर की रात मृतक भाई -बहन अपने पैतृक गांव कोटामाटी से कार से लोहरदगा वापस लौट रहे थे। तभी रास्ते में दोनों का अपहरण कर लिया गया था। इधर घंटो बीतने के बाद दोनों के लोहरदगा नहीं पहुंचने पर परिवार वालों ने उनकी खोजबीन शुरू करते हुए अपने पैतृक गांव कोटामाटी के परिजनों से संपर्क किया। परिजनों ने दोनों भाई बहन के घंटों पहले लोहरदगा के लिए निकल जाने की जानकारी दी थी। इसके बाद परिजन किसी अनहोनी की संभावना को लेकर रात में ही लोहरदगा सदर थाना पहुंचकर इसकी शिकायत की थी। लेकिन थाना द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई।
अगले दिन सुबह खोजबीन के दौरान दोनों भाई बहन का शव चुंदरी नवाटोली के पास से परिजनों को मिला था। दोनों की पत्थर से कूचकर हत्या की गई थी। भाई का शव सड़क पर पड़ा था। जबकी बहन का शव समीप के तालाब में था। घटना को लेकर मृतक के चाचा बालकिशन भगत ने मामले में पुलिस की लापरवाही के कारण दोनों बच्चों की हत्या होने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि अगर लोहरदगा व घाघरा की पुलिस तत्परता दिखाते हुए रात में ही दोनों बच्चों की खोजबीन की जाती तो शायद उनकी जान बच जाती। उन्होंने कहा था कि बच्चों के घर नहीं पहुंचने पर सबसे पहले परिजनों ने फोन के जरिए घाघरा थाना से संपर्क किया था। मगर वहां का फोन बंद था। इसके बाद परिजनों ने लोहरदगा सदर थाना पहुंचकर इसकी शिकायत की थी। लेकिन थाना के पुलिस ने इस मामले में ना तो खुद ही कार्रवाई शुरू की और नहीं इस मामले में घाघरा थाने से संपर्क साधा।