Ranchi: विश्व महिला दिवस पर रांची रेल मंडल ने महिला स्पेशल ट्रेन का परिचालन किया। यह ट्रेन रांची से लोहरदगा होते हुए टोरी तक गई। इस ट्रेन का परिचालन महिला कर्मचारियों ने किया। इस ट्रेन में तैनात टीटी, गार्ड, ड्राइवर और सुरक्षा के लिए आरपीएफ सभी महिला थीं। टिकट बुकिंग तक महिला रेल कर्मियों ने किया। इस दौरान रांची रेलवे स्टेशन पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
महिलाओं द्वारा परिचालन दक्षिण पूर्व रेल मंडल के आदेश पर किया गया, जहां ट्रेन में पायलट, गार्ड, टीटीई और सभी सुरक्षाकर्मी महिला कर्मचारियों को लगाया गया। बुकिंग काउंटर समेत स्टेशन के दूसरे कार्य भी महिलाओं ने संभाला। महिला रेल कर्मियों की इस पूरी टीम का नेतृत्व सीनियर डीओएम श्रेया सिंह ने किया। मौके पर उन्होंने कहा कि यदि ठान ले तो आज कोई ऐसा कार्य नहीं जो महिलाएं नहीं कर सकती।
ट्रेन चला रही लोको पायलट दीपाली अमृत ने कहा कि आज महिलाएं समाज में 50 फीसदी हिस्सेदारी के साथ हर क्षेत्र में काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि आज यदि महिलाएं समाज में कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं तो इसमें पुरुषों और समाज के अन्य वर्गों का भी बहुत बड़ा योगदान है। साथ ही उन्होंने कहा कि आमतौर पर महिलाओं के बारे में समाज के कई लोगों का मानना है कि वे जिम्मेदारियों से भरा काम नहीं कर सकतीं लेकिन आज महिलाएं मानसिक और शारीरिक रूप से सबल हैं। आज के आधुनिक युग में महिलाएं किसी से पीछे नहीं हैं।
रांची रेल मंडल के डीसीएम निशांत कुमार ने बताया कि आज पूरी ट्रेन महिलाओं को सौंप दी गई है। रांची से टोरी जाने वाले हजारों यात्रियों की सुरक्षा आज महिलाओं के जिम्मे है। उन्होंने कहा कि रांची रेल मंडल द्वारा की गयी इस पहल से यह संदेश दिया जा रहा है कि आज महिलाएं कोई भी काम करने में सक्षम हैं। आज समाज के लोग महिलाओं को कमजोर और अबला समझते हैं। रांची रेल मंडल का उन लोगों को संदेश है कि वे अपनी सोच बदलें और समाज में महिलाओं को बराबरी की नजर से देखें।