Ranchi: केंद्र सरकार और भाजपा पर केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने और झारखंड सरकार एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को प्रताड़ित करने के विरोध में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने रविवार को पैदल मार्च निकाला। यह पैदल मार्च रांची के मोरहाबादी मैदान से चलकर राजभवन पहुंचा।हालांकि, झामुमो कार्यकर्ताओं और नेताओं को राजभवन से पहले ही बैरिकेड लगाकर रोक दिया गया।
मौके पर रांची जिला अध्यक्ष मुशताक आलम ने कहा कि ईडी ने बार – बार समन भेज कर मुख्यमंत्री को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही है। विकास में बाधा उत्पन्न कर रही है। यदि कोई बात थी किसी तरह का प्रश्न था तो 20 जनवरी को क्यों नही पूछी। इससे साफ जाहिर होता है कि इनकी मंशा साफ नहीं है। कहीं न कहीं केंद्र सरकार के इशारे पर बेवजह परेशान करने, लोकतांत्रिक तरीके से चुनी हुई सरकार को अपदस्थ करने की साजिश है। इसके विरोध में हम तमाम कार्यकर्ता सड़क पर हैं और लागातार सड़क पर रहेंगे।
राजभवन के बाहर भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गयी है। कार्यकर्ता और नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार साजिश के तहत हेमंत सोरेन सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रही है। राज्य सरकार विकास का काम कर रही है लेकिन भाजपा को यह हजम नहीं हो रहा है। केंद्र सरकार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधा रही है लेकिन पार्टी के नेता और कार्यकर्ता केंद्र के इस रवैये को बर्दाश्त नहीं करेंगे। केंद्र और भाजपा यदि मुख्यमंत्री को परेशान करना बंद नहीं करते हैं तो आने वाले चुनाव में भाजपा का सत्ता से उखाड़ फेकेंगे। पार्टी के नेता-कार्यकर्ता हर दिन धरना-प्रदर्शन करेंगे।मार्च में गुमला के विधायक भूषण तिर्की सहित रांची, लोहरदगा, गुमला सहित अन्य जिलों के झामुमो कार्यकर्ता और नेता शामिल हुए है।