Patna/New Delhi: वर्चुअल मोड में शनिवार को हुई विपक्षी दलों के आईएनडीआईए खेमे की बड़ी बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संयोजक बनाने का प्रस्ताव आया लेकिन नीतीश ने इसे स्वीकार करने से इंकार कर दिया। नीतीश कुमार ने कहा कि कांग्रेस से ही किसी को आईएनडीआईए का संयोजक बनाया जाए।
स्टालिन ने सीएम नीतीश को संयोजक बनाने का प्रस्ताव लाया लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार करने से इंकार कर दिया। गठबंधन की बैठक में नीतीश के साथ शामिल हुए मंत्री संजय झा ने बैठक के बाद कहा कि नीतीश कुमार को संयोजक बनाने पर चर्चा हुई लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया है। हमारा मानना है कि कांग्रेस से ही संयोजक बनाया जाना चाहिए।
नीतीश ने गठबंधन के नेताओं के साथ मीटिंग में कहा कि उनका किसी पद में दिलचस्पी नहीं है। जमीन पर गठबंधन का काम बढ़ता रहे यहीं उनकी चाहत है। संयोजक बनाने के लिए ममता अखिलेश से भी सलाह ली जाएगी। बैठक में नीतीश के संयोजक बनने से इंकार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को कन्वेनर बनाने पर चर्चा चल रही है।
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, राजद सुप्रीमो लालू यादव, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, एनसीपी नेता शरद पवार सहित गठबंधन के घटक दलों के कई नेता इस बैठक में शामिल थे। पहली बार ऑनलाइन जुड़े तमाम नेताओं में सीट बंटवारे, संयोजक जैसे मुद्दों पर मुख्य रूप से चर्चा हुई। बैठक में तृणमूल कांग्रेस के अलावा सभी पार्टियां शामिल रहीं। कहा जा रहा है कि सीटों के बंटवारे को लेकर ममता बनर्जी और कांग्रेस में कुछ मतभेद है। इसी कारण ममता की पार्टी आज की बैठक से किनारा कर लिया।
नीतीश कुमार को कोई संयोजक बनाने को तैयार नहीं, पार्टी करने लगी पद ठुकराने का प्रचार:सुशील मोदी
आईएनडीआईए गठबंधन में नीतीश कुमार की ओर से संयोजक बनने से इंकार करने पर सुशील मोदी ने तंज कसा है। शनिवार को बयान जारी कर उन्होंने कहा कि आईएनडीआईए गठबंधन में जब कोई नीतीश कुमार को संयोजक बनाने को तैयार ही नहीं है, तब कहा जा रहा है कि उन्होंने पद लेने से इन्कार कर दिया। गठबंधन की चार बैठकों के बाद भी संयोजक पद पर कोई सहमति नहीं बनी। सीट साझेदारी का मामला भी जहां का तहां है। बंगाल, केरल और यूपी में तो दूर-दूर तक सीट साझेदारी पर सहमति की सम्भावना नहीं है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के अनुसार ममता दीदी नीतीश कुमार के नाम पर सहमत नहीं हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुई बातचीत में न ममता बनर्जी शामिल हुईं, न उनकी पार्टी की ओर से कोई शामिल हुआ। पीएम उम्मीदवार तो दूर की बात, संयोजक बनाने के लिए भी किसी नाम पर कोई सहमति नहीं बनी।