Ranchi: झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन मंगलवार को 12:30 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ देर बाद ही हंगामा शुरू हो गया। इस बीच स्पीकर रबींद्रनाथ महतो ने गुस्सा कर भाजपा विधायक भानू प्रताप शाही और बिरंची नारायण को पूरे विधानसभा सत्र से निलंबित कर दिया। मार्शल दोनों विधायकों को टांगकर सदन से बाहर ले गये।
दोनों सदन में लगातार हंगामा कर रहे थे, जिसके बाद स्पीकर गुस्सा गये और कहा कि इन दोनों विधायकों को बाहर निकालो। इनके अलावा जेपी पटेल को भी सदन से निकाल दिया गया। उन्हें निलंबित करने का आदेश नहीं दिया गया है। दोनों विधायकों को निलंबित करने के कारण भाजपा ने सदन का बहिष्कार किया। सारे विधायक सदन से बाहर निकल गये। फिर भी प्रश्नकाल चलता रहा। दीपिका पांडे सिंह अपनी बात सदन में रख रही थीं। इस बीच भाजपा के विधायक और मुख्य सचेतक बिरंची नारायण और काफी जोर से हंगामा करने लगे।
भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से हेमंत सरकार के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई की लगाई गुहार
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में मंगलवार को भाजपा विधायकों के प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को लिखित ज्ञापन देते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ जरूरी लीगल एक्शन लेने की भी अपील की।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी तथा नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी के नेतृत्व में भाजपा विधायकों ने राज्यपाल से भेंट के क्रम में राज्य में विधि व्यवस्था, भ्रष्टाचार को लेकर भी शिकायत की। ज्ञापन के जरिये कहा कि राज्य में विधि-व्यवस्था पस्त है। सरकार की वादाखिलाफी ने समाज के हर वर्ग को आंदोलन के लिए मजबूर किया है। सत्ता संपोषित भ्रष्टाचार ने रिकॉर्ड बनाया है। यहां अब मुख्यमंत्री भी संवैधानिक संस्थाओं को ठेंगा दिखा रहे हैं। छह बार समन के बावजूद ईडी कार्यालय पूछताछ के लिए नहीं गये, बल्कि ईडी के बारे में बयान देकर संवैधानिक मर्यादाओं को तार तार कर रहे हैं। राज्यपाल विधि सम्मत कार्रवाई करें।
प्रतिनिधिमंडल में बाबूलाल मरांडी के साथ नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी, विधायक सीपी सिंह, बिरंची नारायण,जेपी पटेल,नवीन जायसवाल,अनंत कुमार ओझा,कोचे मुंडा,केदार हाजरा,भानु प्रताप शाही, नीरा यादव, राज सिन्हा, नारायण दास, अमित मंडल, ढुल्लू महतो, आलोक चौरसिया, मनीष जायसवाल, समरी लाल, अपर्णा सेनगुप्ता, शशि भूषण मेहता, किशुन कुमार दास और पुष्पा देवी शामिल थे।
लोकतंत्र का गला घोंटने पर उतारू युवा विरोधी हेमंत सरकार: अमर बाउरी
नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने मंगलवार को राज्य सरकार पर बड़ा निशाना साधा। बाउरी ने कहा कि युवा विरोधी सरकार सदन में युवाओं के सवाल पूछने से भी मना कर रही। उन्होंने कहा कि राज्य में हजारों युवा बेरोजगार, पारा शिक्षक, अनुबंध कर्मी, संविदा कर्मी सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे। भाजपा ने युवाओं, बेरोजगारों की भावनाओं को समझते हुए उनके सवालों को सदन में गंभीरता से उठाने का निश्चय किया था। आज पार्टी के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण, सचेतक जेपी पटेल, विधायक भानु प्रताप शाही ने इस संबंध में सदन के भीतर कार्य स्थगन प्रस्ताव लाया था, जिसे शून्यकाल के पहले पढ़ने का प्रावधान है।
उन्होंने कहा कि यह युवा विरोधी सरकार इससे भागते दिखी तथा एक कदम बढ़कर लोकतंत्र की हत्या करने पर उतारू हो गई। आज सदन से विधानसभा अध्यक्ष के द्वारा विधायक बिरंची नारायण, जेपी पटेल, भानु प्रताप शाही का निलंबन लोकतंत्र की हत्या है। उन्होंने कहा कि सत्ता के अहंकार में हेमंत सरकार राज्य के युवाशक्ति को कुचलना, अपमानित करना चाहती है। युवा अब अंगड़ाई ले चुका है। आने वाले चुनाव में युवा शक्ति हेमंत सरकार को करारा जवाब देगी।