बारह ज्योतिर्लिंग और चार धाम की पैदल यात्रा कर चुके हैं अविनाश
Purnia: माता दुर्गा की पूजा विभिन्न जगहों पर विभिन्न आस्था के साथ लोग करते हैं। ऐसे ही एक भक्त हैं मां दुर्गा के जो अपने सीने पर कलश रख कर भक्ति में लीन हैं।अविनाश झा जो पूर्णिया के सरसी थाना क्षेत्र के बहोरा गांव निवासी हैं।इन्होंने प्रथम पूजा को अपने सीने पर कलश रखने से पहले ही अपना अन्न जल त्याग दिया।प्रथम पूजा से लेकर दशमी पूजा तक अन्न जल अथवा फल ग्रहण नहीं करेंगे।
इस बीच चूंकि शौच इत्यादि के लिए न जाना परे इस लिए कई दिनों पहले सभी प्रकार के भोज्य ग्रहण छोड़ने पड़ते हैं।इस दौरान प्रतिदिन संध्या काल में तीन चम्मच गंगा जल ग्रहण करते हैं।इन दस दिनों तक पीठ धरती पर और चेहरा आकाश की ओर ही रखना होता है।यह साधना अविनाश बहोरा के काली मंदिर में कर रहे हैं।इस दौरान ग्रामीण उनका काफी सहयोग कर रहे हैं।सुबहनौर गांव की महिलाएं तथा बच्चियां सुबह शाम आकर उनके नजदीक बैठ कर आरती गान करती हैं।
अविनाश झा बताते हैं की यह सब मां दुर्गा के आशीर्वाद से कर पा रहा हूं। बताते चलें कि अविनाश झा इससे पहले बारह ज्योतिर्लिंग और चारो धाम की पैदल यात्रा कर चुके हैं।इस यात्रा में अविनाश लगभग 17000 (सत्रह हजार) किलोमीटर पैदल चले थे।2022 के सितंबर मे शुरु हुई यह यात्रा 2023 के जुलाई महीने में समाप्त हुई थी।यानी इसमें उन्हें कुल ग्यारह महीने का समय लगा था।
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