Nawada: जिले के मेसकौर थाना इलाके में स्कूली छात्र की ह/त्या के दोनों आरोपितों ने शनिवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। पुलिस लगातार दोनों आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए उनके संभावित ठिकानों पर छापामारी कर रही थी। पुलिस के हत्थे चढ़ पाएं, इसके पहले ही दोनों ने शनिवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। रजौली के एसडीपीओ पंकज कुमार द्वारा दोनों आरोपितों लूटन और कुंदन के कोर्ट में सरेंडर की पुष्टि की गई है।
एसडीपीओ ने कहा कि शव की बरामदगी के 15 घंटे के अंदर केस को सॉल्व कर लिया गया था। दोनों आरोपितों की पहचान कर ली गई थी। सीसीटीवी फुटेज सहित वैज्ञानिक अनुसंधान और अन्य श्रोतों से जो साक्ष्य मिले थे उसमें लूटन और कुंदन ही घटना में संलिप्त पाए गए थे। ऐसे में दोनों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापामारी की जा रही थी। उन्होने बताया कि 1100 रूपये के लिए आराेपितों ने गौतम को मार डाला।
जानें क्या है पूरा मामला-
जिले के मेसकौर थाना क्षेत्र के तेतरिया कौआबारी बधार स्थित एक कुआं से स्कूली छात्र गौतम का शव बुधवार को बरामद हुआ था। दोपहर बाद कौआबारी बधार में पशु चराने गए पशुपालकों की नजर कुआं में तैरता शव पर पड़ा था। बाद में शव की पहचान मेसकौर थाना क्षेत्र के तेतरिया गांव निवासी संजय कुमार के 14 वर्षीय पुत्र गौतम कुमार के रूप में की गयी थी। गौतम लाटो यादव उच्च विद्यालय में 9वीं का छात्र था। गौतम 19 सितंबर से लापता था। उसके दो दोस्त उसे घर से बुलाकर मोटरसाइकिल से मेसकौर बाजार की ओर निकले थे।
9 दिनों बाद बुधवार यानी 27 सितंबर की शाम गौतम का शव कुआं में मिला था। शव की पहचान के बाद घर परिवार में कोहराम मच गया था। गौतम अपने माता-पिता के तीन संतानों में सबसे बड़ा पुत्र था। गौतम के घर वापस नहीं आने पर माता-पिता ने दोनों दोस्तों को बुलाकर अपने पुत्र के बारे में पूछताछ किया तो उनलोगों ने बताया था कि बाजार में हम छोड़ दिए थे। बाजार के बाद कहां गया मुझे अता पता नहीं है। दो दिनों तक इधर-उधर खोजबीन करने के बाद परिजनों ने 21 सितंबर को मेसकौर थाने में दो लोगों पर अपहरण का केस दर्ज करवाया था।
एफआईआर के बाद से पुलिस थी एक्टिव
छात्र के गायब होने और अपहरण की प्राथमिकी के बाद से ही रजौली एसडीपीओ पंकज कुमार मामले का उद्भेदन करने में जुटे थे। 19 सितंबर को लूटन और कुंदन खुद गौतम को घर से बुलाकर बाइक से बैठाकर ले गए थे। तब से वह लापता था। कई सीसीटीवी फुटेज भी निकाले गये थे। जिसमें गौतम को बाइक पर बैठकर दोनों ले जाते हुए देखे गए थे। एफआईआर के बाद से ही दोनों आरोपित फरार हो गए थे। बता दें कि दोनों आरोपितों में एक मेसकौर निवासी कारू प्रसाद का पुत्र लूटन कुमार और दूसरा कारू प्रसाद का भांजा कुंदन कुमार जो कि गया जिले के फतेहपुर थाना अंर्तगत नौडीहा निवासी शंकर प्रसाद का पुत्र है, के खिलाफ एफआईआर मेसाकौर थाना कांड संख्या 367/23 दर्ज हुआ था।
1100 रुपए चोरी के शक में दिया घटना को अंजाम
एसडीपीओ पंकज कुमार ने बताया कि महज 1100 (ग्यारह सौ) रुपये की खातिर ह/त्या हुई थी। लूटन की छोटी सी गुमटी थी। उसकी गुमटी से रुपए गायब हो गया था। उसे शक था कि गौतम ने रूपये चुराया था। इसी को लेकर घटना को अंजाम दिया गया। वैसे तो पुलिस इस केस को सॉल्व कर चुकी है, फिर भी संभव है कि पुलिस दोनों कोर्ट से रिमांड पर ले।