Muzaffarpur: जिले के गायाघाट थाना क्षेत्र अन्तर्गत मधुरपट्टी और भटगांव में गुरुवार को हुए नाव हादसे में 14 लापता लोगों में से शुक्रवार देर शाम तक चार शव मिले हैं जबकि अन्य 10 की खोज जारी है। पहला शव चार साल की बच्ची का मिला है। बच्ची की पहचान अजमत के रूप में हुई है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। दूसरा शव बलौर इलाके से मिला। फिलहाल उसकी पहचान नहीं हो पाई है। तीसरा शव गोरिहारी घाट से बरामद हुआ है, जिसकी पहचान पिंटू सहनी (22) के रूप में की गई है। चौथा शव समस्तीपुर जिले के नामापुर से मिला है, जिसकी पहचान समसुल (40) के रूप में हुई है।
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इस घटना के बाद पूरे गांव में गम का माहौल है। जिन घरों के बच्चे या परिजन लापता हैं, वो नदी किनारे खड़े हैं। उन्हें उम्मीद है कि उनके परिवार के लोग अब भी जिंदा हो सकते हैं। गुरुवार को नाव हादसे में लापता बच्चों के परिजन लगातार बिलख रहे हैं। जयनारायण यादव ने बताया कि बेटी राधा और भतीजी सुष्मिता खाना खाकर स्कूल गई थीं। शोर हुआ कि नाव पलट गई है। वह नदी की ओर भागने लगे। किनारे पहुंचे तो पता चला की बेटी और भतीजी डूब गई है। बेटी के डूबने का गम में सुष्मिता की मां ने भी नदी में छलांग लगा दी थी, जिसे ग्रामीणों ने बचा लिया।
घटना में 20 बच्चों को बचा लिया गया है। बताया गया है कि नाव पर सवार होकर 30 से अधिक बच्चे स्कूल जा रहे थे। इसी दौरान बेनीबाद ओपी स्थित मधुरपट्टी घाट के पास बच्चों से भरी नाव अनियंत्रित होकर बागमती नदी में पलट गई। इस घटना के बाद नाव सवार बच्चों में चीख-पुकार मच गई।