East Champaran : । जिले के कोटवा प्रखंड में डुमरा पंचायत भवन की छत निर्माण के दौरान ही गिरने की बड़ी घटना सामने आई है। इसके साथ ही वहां बड़ा हादसा टल गया अन्यथा वह काम कर रहे कई मजदूर उस छत के नीचे आ जाते। इस घटना के बाद निर्माण की गुणवत्ता के साथ ही पदाधिकारियों की बड़ी लापरवाही भी उजागर हुई है।बताया जाता है कि एक करोड़ 24 लाख की लागत से बनने वाले इस पंचायत भवन के छत निर्माण के दौरान कोई तकनीकी पदाधिकारी मौजूद नही था। लिहाजा यह मामला ही बड़े जांच का मुद्दा है।
हालांकि निर्माण कार्य मे लगे मजदूरों ने बताया कि कोई आया था मगर शीघ्र चला गया। मिली जानकारी के अनुसार 2018-19 में इस पंचायत में पंचायत भवन निर्माण की स्वीकृति मिली थी। पंचायत के तत्कालीन मुखिया कन्हैया कुमार पांडेय ने निर्माण शुरू कराया और भवन लिंटर तक ही बन सका । इसके बाद 2021 में हुए पंचायत चुनाव के बाद मुखिया पद पर राजू ठाकुर निर्वाचित हुए।पंचायत चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही पंचायत भवन का निर्माण कार्य स्थगित हो गया।बाद में वर्तमान मुखिया के द्वारा निर्माण कार्य जारी कराया गया। इसी बीच शनिवार को छत की ढलाई की गई। जिसके तत्काल बाद छत भरभरा कर गिर गया।
छत गिरने के समय नीचे कुछ खड़े थे।जो बाल-बाल बचे।वही मुखिया राजु ठाकुर ने अत्यधिक बारिश के वजह से मिट्टी धसने से छत गिरने का कारण बता रहे है। जबकि कनीय अभियंता अजित कुमार ने बताया कि वे ढलाई के दौरान मौजूद थे हालांकि वे बारिश होने से पहले निकल गए।उनका कहना है कि अत्यधिक बारिश के कारण एक कमरे का छत धस गई।फिलहाल इस घटना ने कई सरकारी निर्माण कार्य पर सवालिया निशान तो खड़े कर ही दिये है।