लालू-नीतीश बिहार को बर्बाद करने पर तुले हैं
Patna : बिहार में शिक्षा विभाग की ओर से दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ पूजा की छुट्टियां रद्द किये जाने पर भाजपा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी पर जोरदार हमला किया है। बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने बुधवार को यहां कहा कि नीतीश कुमार की सरकार ने दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय लिया है। लगातार तुष्टीकरण के नीति से लालू और नीतीश कुमार ने बिहार को बर्बाद किया है। उन्होंने कहा कि लालू-नीतीश बिहार को बर्बाद करने पर तुले हैं।सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार सरकार की तरफ से दबाव बनाया जा रहा है शिक्षक छुट्टी पर नहीं जाएं। अब तो आदेश निकल गया कि 14 छुट्टियों को रद्द कर दिया गया है, जिसमें जन्माष्टमी, तीज, छठ, दुर्गापूजा और गुरु नानक जयंती भी है। इससे बड़ा दुर्भाग्य कुछ नहीं हो सकता है। उन्होंने सरकार से इस निर्णय को तुरंत वापस लेने की मांग की।
उल्लेखनीय है कि बिहार के सरकारी स्कूलों में छुट्टियों में कटौती की गई है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के निर्देश के बाद माध्यमिक शिक्षा कार्यालय ने स्कूलों की छुट्टियों में बदलाव किया है। रक्षाबंधन के मौके पर सरकारी स्कूलों में अब छुट्टियां नहीं रहेगी। इस साल दिवाली से छठ तक विभिन्न पर एवं त्योहार पर छुट्टियां घटाकर आधी कर दी गई है। इसके बाद अब इस मुद्दे पर राजनीति भी शुरू हो गई है।
बिहार में शरिया कानून लागू करना चाहती है बिहार सरकार : गिरिराज सिंह
बिहार सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा अक्टूबर से दिसम्बर तक दुर्गा पूजा एवं छठ सहित हिंदुओं के विभिन्न त्योहार में छुट्टियों की कटौती किए जाने पर केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार सरकार पर जोरदार हमला किया है।
केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बुधवार को कहा है कि बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने दुर्गा पूजा, दीपावली और छठ पूजा की छुट्टियां रद्द कर दी है। कल संभव है कि बिहार में शरिया लागू कर दी जाए और हिंदू-त्योहार मनाने पर रोक लग जाए। आखिर हिंदुओं के पर्व-त्योहार पर ही सरकारी ऐसा क्यों करती है।
उल्लेखनीय है कि कल बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने सितम्बर से दिसम्बर तक विभिन्न पर्व त्योहार की 23 छुट्टी में कटौती करके 11 कर दिया है। विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के. पाठक के निर्देश पर प्रारंभिक से उच्च माध्यमिक तक के स्कूलों में छुट्टियों की नई तिथि जारी की गई है। इससे एक ओर शिक्षकों में आक्रोश है, वहीं राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है।
जारी आदेश में शिक्षा विभाग ने कहा है कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 की अनुसूची के तहत प्राथमिक विद्यालयों में कम-से-कम 200 दिन तथा मध्य विद्यालयों में कम-से-कम 220 दिनों के कार्य दिवस का प्रावधान है। चुनाव, परीक्षा, विधि-व्यवस्था, त्योहार, अनुष्ठान संबंधी आयोजन, बाढ़, प्राकृतिक आपदाओं, विभिन्न प्रकार के आयोग की परीक्षाओं परीक्षाओं से उत्पन्न होने वाली स्थिति के कारण विद्यालयों का पठन-पाठन का कार्य प्रभावित हो जाता है।
इसके साथ ही त्योहारों-अनुष्ठानों में विद्यालयों के बंद होने की प्रक्रिया में एकरूपता नहीं है। किसी त्योहार में किसी जिले में विद्यालय चल रहे होते हैं और उसी त्योहार में अन्य जिलों में विद्यालय बंद रहते हैं। इस भ्रम की स्थिति को दूर करते हुए विभाग द्वारा प्राथमिक से लेकर माध्यमिक तक के सभी विद्यालयों में अवकाश एवं समय-सारणी में एकरुपता लाने के लिए 2023 के बचे हुए दिनों के लिए नए तालिका के अनुसार ही अगला अवकाश रहेगा और विद्यालय बंद रहेंगे।
पहले जारी सूची के अनुसार रक्षाबंधन में छुट्टी थी, लेकिन उसे प्रतिबंधित अवकाश कर दिया गया है। दुर्गापूजा में स्कूलों में छह दिनों की छुट्टी थी, जिसे रविवार जोड़कर तीन दिनों का किया गया है। दीपावली से छठ तक में 13 नवम्बर से 21 नवम्बर तक छुट्टी थी। अब दीपावली पर 12 नवम्बर, चित्रगुप्त पूजा पर 15 नवम्बर तथा छठ पूजा पर 19 एवं 20 नवम्बर को छुट्टी रहेगी। इसी को लेकर गिरिराज सिंह ने बड़ा सवाल उठाया है।