Begusarai: बिहार पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने बेगूसराय में एक बड़े अवैध हथियार फैक्ट्री का उद्भेदन किया है। इस मामले में मुंगेर जिला के रहने वाले छह व्यक्ति एवं कोरियर का काम करने वाली तीन महिलाओं को भी गिरफ्तार किया गया है। मौके पर से बड़ी संख्या में अर्ध निर्मित हथियार सहित हथियार बनाने के सामान बरामद किए गए हैं।
एसटीएफ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एसटीएफ के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी-वन) को सूचना मिली थी कि बेगूसराय के लाखो सहायक थाना क्षेत्र में बड़े हथियार फैक्ट्री का संचालन किया जा रहा है। सूचना मिलते ही एसटीएफ के उपाधीक्षक के निर्देश पर एसओजी-वन एवं एसओजी-थ्री ने आज अभियान दल-दस जमालपुर (मुंगेर) के साथ लाखो सहायक थाना क्षेत्र में लाखो-रमजानपुर के बीच चिन्हित जगह पर छापेमारी कर दिया। जहां से कि अवैध हथियार फैक्ट्री का उद्भेदन किया गया है। अचानक बड़ी संख्या में पुलिस के पहुंचते ही हड़कंप मच गया और लोग जब तक कुछ समझ पाते टीम ने घेराबंदी कर दी।
जहां फैक्ट्री संचालक और पेशे से शिक्षक मुंगेर जिला के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित हाजी सुजान निवासी राजकुमार चौधरी, मुंगेर के ही मुफस्सिल थाना के सुतरखाना निवासी शिक्षक अजय कुमार चौधरी, मुफस्सिल थाना (मुंगेर) के मुबारकचक निवासी प्रवीण कुमार तांती, कासिम बजार थाना (मुंगेर) के हजरतगंज खनका निवासी मो. इकबाल, कोतवाली थाना क्षेत्र (मुंगेर) के हाजी सुजान निवासी अमित कुमार चौधरी एवं अशोक चौधरी को गिरफ्तार किया गया।
इसके साथ ही कोरियर का काम करने वाली तीन महिला सहयोगी को भी गिरफ्तार किया गया है। मौके पर से 12 अर्ध निर्मित पिस्टल, 24 बैरल, एक लेथ मशीन, मिलिंग मशीन, एक ड्रिल मशीन, एक ग्राइंडर मशीन, एक कटर मशीन, छह मोबाइल, दो मोटर साइकिल एवं नगद रुपये नगद बरामद किए गए हैं। पकड़े गए सभी लोगों को लाखो सहायक थाना की पुलिस के हवाले कर दिया गया है। जहां वरीय पदाधिकारी पूछताछ कर रहे हैं। उसके बाद मामले का विशेष खुलासा होगा।
मिली जानकारी के अनुसार यह लोग लंबे समय से यहां एक किराए के मकान में हथियार फैक्ट्री का संचालन करते थे। लेकिन किसी को भनक नहीं लगती थी। इस बीच हथियार और अपराधियों के खात्मे के लिए एक्शन मोड में काम कर रही स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को जब सूचना मिली, तो उसने सत्यापन के बाद तुरंत कार्रवाई कर दी। जिसमें बड़ी सफलता हाथ लगी है। बताया जा रहा है कि यह लोग हथियार बनाकर अन्य राज्यों तक सप्लाई करते थे। किसी को शक नहीं हो, इसके लिए महिला का उपयोग किया जाता था।