Ranchi: राजधानी के धुर्वा थाना क्षेत्र के रहने वाले नवीन कुमार वर्मा से 1.33 करोड़ की ठगी हुई है। इस संबंध में नवीन ने सीआईडी के साइबर थाने में मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने प्रारंभिक जांच में पाया कि नवीन कुमार वर्मा से क्रिप्टो करेंसी बाजार में राशि बढ़ाने के नाम पर 1.33 करोड़ की ठगी कर ली गई है। साइबर अपराधियों के द्वारा ठगी किए गए रुपये को लेबनान स्थित आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह की संचालित खाते में भेजी गई है। पुलिस ने इस मामले की जांच सीआईडी की साइबर सेल को सौंप दी है। इसकी पुष्टि साइबर थाना डीएसपी नेहा बाला ने बुधवार की है।
पुलिस में दी गई शिकायत के मुताबिक ट्रेडिंग के दौरान जब उनका फंड एक लाख 47 हजार 68 (यूएस डॉलर) था। उस समय कंपनी के चीफ एनालिस्ट मिस्टर मार्क की ओर से उन्हें यह प्रस्ताव दिया गया कि वह पांच प्रतिशत कमीशन पर तीन दिन का कॉन्ट्रेक्ट उनके साथ करते हैं, तो वह उनकी जमा राशि को काफी अधिक बढ़ा देंगे। इसके बाद नवीन ने मार्क के साथ तीन दिन का कॉन्ट्रेक्ट किया। साथ ही जमा राशि बढ़कर एक लाख 95 हजार 28 यूएस डॉलर हो गयी।
नवीन ने मार्क को उसका कमीशन भी दिया लेकिन जब वह 52 हजार यूएस डॉलर की निकासी करने गया तब इस राशि की निकासी नहीं हो पाई। तब उन्हें समझ में आ गया कि उनके साथ साइबर ठगी हुई है। इसके बाद वह सीधे साइबर थाना पहुंचे और शिकायत दर्ज कराया। मामला सामने आने के बाद साइबर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। नवीन ट्रेड पीसीपी क्ववाइन नाम की बेवसाइट के जरिए ट्रेडिंग शुरू की थी। इसमें पहले उसने यूपीआई के जरिए खाते में पैसे ट्रांसफर किए।
इसके बाद यूएसडीटी (क्रिप्टो करेंसी) खरीदा। इस तरह उसने 1.33 करोड़ रुपये के 1.42391 लाख क्रिप्टो करेंसी की खरीदारी की। इसके बाद उसे ए-16-जेड कंपनी के एनालिस्ट ने व्हाट्सएप ग्रुप पर बिटकॉइन के भाव घटाने या बढ़ाने को लेकर ऑफर दिया। उसने बताया कि कंपनी व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए निवेशकों को राशि बढ़ाने के माध्यम से सुझाव देती थी। साथ ही कंपनी ने निवेशकों को वित्तीय हानि पर 50 प्रतिशत नुकसान की भरपाई करने का आश्वासन भी देती थी।