Pakud: जिले के आमरापाडा थाना क्षेत्र में महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला मंगलवार को सामने आया है। आठ से दस की संख्या में आये लोगों ने घटना को अंजाम दिया है। पुलिस ने घटना में संलिप्त एक आरोपित को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। अन्य आरोपितों की तलाश में संभावित ठिकाने पर छापेमारी की जा रही है।
जानकारी के अनुसार पीड़ित आमरापाड़ा की रहने वाली है और वहीं के किसी युवक से फोन पर अक्सर बातचीत करती थी। घटना के समय पीड़ित उसी युवक से मिलने पहुंची थी। इस बीच पाडेरकोला हाई स्कूल मैदान में सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया। घटना की सूचना मिलते ही एसडीपीओ अजीत कुमार विमल पुलिस के दलबल समेत अमरापाड़ा पहुंचे और पीड़ित को लेकर आरोपितों की पहचान और खोज में जुट गए।
इस दौरान पीड़ित ने पुलिस को बताया कि वह अपने प्रेमी का नाम नहीं जानती है। हालांकि, बीते छह महीने से फोन के जरिए उसके संपर्क में थी। अमरापाड़ा बाजार स्थित एक मिठाई दुकान से आरोपितों ने बहला-फुसलाकर पाडेरकोला हाई स्कूल मैदान ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। घटना के बाद स्थानीय ग्रामीणों की मदद से पीड़ित इलाज के लिए अस्पताल पहुंची। पीड़ित के बयान पर पुलिस ने इस मामले में आधा दर्जन अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया है। पुलिस महिला के बयान के आधार पर जांच में जुटी है।
यूपीए गठबंधन के लोग पाकुड़ की घटना पर मौन : आरती कुजुर
भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष आरती कुजूर ने मंगलवार को कहा कि मणिपुर की घटना पर पूरा देश में चिल्ला-चिल्ला कर घड़ियाली आंसू बहाने वाले यूपीए गठबंधन के लोग आज पाकुड़ की घटना पर मौन हैं।
उन्होंने कहा कि इतना हल्ला और विरोध होने के बावजूद पाकुड़ में एक आदिवासी बहन के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया। झारखंड में दुष्कर्म, हत्या आम बात हो गई है। कानून का डर खत्म हो गया है। महिलाओं के खिलाफ हिंसा चाहे वो मणिपुर में हो राजस्थान में हो बंगाल में हो या झारखंड में, राजनीति से ऊपर उठकर इसका विरोध करें। ऐसे अपराधियों का कोई जाति धर्म नहीं होता है। इसलिए सभी सामाजिक, धार्मिक, राजनीतिक या अन्य गैर सरकारी संस्था सभी महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसक घटना के खिलाफ खड़े हों।
उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह किया कि बहनों के खिलाफ घट रही घटना पर त्वरित करवाई हो। ऐसी सजा मिले कि लोगों को भय हो। राष्ट्रपति को पत्र भी लिखें। आदिवासी मुख्यमंत्री, आदिवासी राज्य और आदिवासी बहनों के साथ सभी बहनों के ऊपर हो रहे जुल्म की दास्तां लिखें।