Rohtas: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासनकाल में अंतरराष्ट्रीय जगत में भारत का कद बहुत ऊंचा हुआ है। उन्होंने कहा कि 2014 में जहां भारत दुनिया की अर्थव्यवस्था में 10वें नंबर था, वहीं आज नौ साल के नरेन्द्र मोदी के शासनकाल में भारत दुनिया के शीर्ष पांच देशों में शामिल है।
वे शनिवार को बिहार में रोहतास जिले के जमुहार स्थित गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। रक्षा मंत्री ने कहा कि तकनीक के कारण देश का डंका दुनिया में बज रहा है। देश अमृतकाल के दौर से गुजर रहा है। 2027 आते-आते भारत दुनिया के विकसित देश में खड़ा हो जाएगा। अब दुनिया के लोग भी इंडिया नहीं भारत कहने लगे हैं।
राजनाथ सिंह ने कहा कि हमारा देश सेकुलर है। मैं भी मानता हूं। मंदिर और मस्जिद जाना धर्म नहीं है। ब्रह्मांड में जड़ चेतन के अस्तित्व को सुरक्षित परिपालन की गारंटी संवर्धन को हम धर्म कहते हैं। दुनिया भर में सर्प को दूध नहीं मिलता लेकिन हम नाग पंचमी के दिन सर्प को दूध पिलाते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश में सात आठ साल पहले स्टार्टअप की संख्या 500 के करीब थी। आज 9,5000 तक पहुंच गई है। उनका कारोबार एक बिलियन डॉलर से भी ज्यादा पहुंच गया है। यह देश के लिए शुभ संकेत है, जो नई-नई तकनीकी दे रहे हैं। इनमें 100 यूनिकॉर्न कंपनियां भी शामिल हैं। इनमें देश को और नई ऊंचाई पर ले जाने की क्षमता है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि देश का अमृत काल समाप्त होते ही भारत विकसित देश के रूप में खड़ा होगा। 2014 में देश की अर्थव्यवस्था दसवें पायदान पर थी। आज इस दुनिया में पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में भारत खड़ा है। 2027 तक तीन अर्थव्यवस्था वाले देश में भारत शामिल होगा।
राजनाथ सिंह ने विद्यार्थियों से कहा कि आपकी उपलब्धि में माता-पिता, मित्र व समाज के सभी लोगों का योगदान है। योग्यता के इस शिखर तक पहुंचाने में शिक्षकों के योगदान को नहीं भूलना। शिक्षा से ज्ञान एवं दीक्षा से संस्कार की प्राप्ति होती है। संस्कार के बिना शिक्षा का महत्व नहीं है। संस्कार विहीन को देश कभी सहन नहीं करता। ज्ञान के साथ संस्कार का होना जरूरी है।
उपाधि लेने वाले छात्रों से कहा कि पढ़कर अहंकार में नहीं जीना चाहिए। जिन शिक्षकों को बदौलत आप सबको उपलब्धि मिली हैं उन सबको नमन है। दीक्षांत समारोह में विभिन्न संकायों के 729 छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान की गई। समारोह में मंगला देवी मेमोरियल गोल्ड मेडल 11 छात्रों को, देव नारायण सिंह मेमोरियल गोल्ड मेडल 17 छात्रों को एवं डॉ दरबारी सिंह मेमोरियल गोल्ड मेडल एक छात्र को प्रदान किया गया।
बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि दीक्षांत समारोह में डिग्री लेने वाले छात्र-छात्राएं देश का नाम रोशन करें, यही शुभकामना है। 15 लाख बच्चे मैट्रिक पास करते हैं लेकिन मात्र 6 लाख छात्र ही इंटर की पढ़ाई करते हैं। कुछ बाहर प्रदेश में पढ़ने जाते हैं, तो कुछ पढ़ाई छोड़ देते हैं। बिहार हमेशा टॉप पर रहा है। इसके बावजूद शिक्षा व्यवस्था में बेहतर सुधार के लिए हम सबको प्रयास करना चाहिए।
कुलाधिपति गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि राजनाथ सिंह रक्षा मंत्री ही नहीं शिक्षाविद भी हैं। देश हित में इन्होंने अपने सहयोगियों को बढ़ाया। प्रोफेसर से रक्षा मंत्री तक की यात्रा में इन्होंने बराबर राष्ट्र हित में कार्य किया। समाज के शिक्षित व स्वरोजगार के लिए इस विश्वविद्यालय की स्थापना की गई। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रति यह विश्वविद्यालय समर्पित है।
कुलपति डॉ महेंद्र प्रसाद सिंह, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो शैलेन्द्र कुमार चतुर्वेदी की मौजूदगी में उपाधि प्रदान किया गया। धन्यवाद ज्ञापन सचिव गोविंद नारायण सिंह ने किया।समारोह में बिहार विधान सभा में प्रतिपक्ष के नेता विजय सिन्हा, गोपाल नारायण सिंह विश्व विद्यालय के कुलाधिपति सह पूर्व सांसद गोपाल नारायण सिंह समेत अन्य अतिथि मौजूद थे।