Ramgarh: शहर में गत दिनों एलआईसी ऑफिस और कोहिनूर ज्वेलर्स में हुए लूटकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से दो देसी कट्टा, चार जिंदा गोली, धारदार हथियार, लूटी गई रकम और चांदी के जेवर बरामद हुए हैं।
गिरफ्तार आरोपितों में हजारीबाग जिले के कोर्रा थाना क्षेत्र अंतर्गत नगवां गांव निवासी संतोष पांडे, बरही थाना क्षेत्र के गोरिया करमा गांव निवासी महेंद्र चौधरी, पलामू जिले के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत कजरात नावाडीह निवासी कुदूश अंसारी जो कि वर्तमान में चेनगड्डा बरकाकाना ओपी क्षेत्र में रह रहा है। इनके साथ उसका एक और साथी चंडीगढ़ दा निवासी इनामुल अंसारी को पकड़ा गया।
एसपी पीयूष पांडे ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि 11 अप्रैल को एलआईसी ऑफिस के सामने अपराधियों ने ददन कुमार को गोली मारकर 2934447 रुपये लूट लिए थे। इसके बाद 8 मई को अपराधियों के इसी ग्रुप ने दामोदर पुल के निकट कोहिनूर ज्वेलर्स में घुसकर कर्मचारियों को बंधक बनाया और चांदी के जेवर लूट लिए। इस मामले में सबसे पहले अंतर्राज्यीय लुटेरा गिरोह के मुख्य सरगना विभास पासवान को पकड़ा गया। वह मूल रूप से बिहार राज्य के नालंदा जिला का रहने वाला है। उसकी गिरफ्तारी के बाद इन दोनों
लूटकांड में शामिल सभी पांच बदमाश पकड़े गए। उनके पास से पुलिस ने लूट की रकम 25,500 रुपये नकदी, दो देसी कट्टा, एक ऑटोमेटिक चाकू, चार जिंदा गोली और चांदी के कुछ जेवर बरामद किए हैं। एसपी ने बताया कि पकड़े गए सभी अपराधी बिहार झारखंड के कई जिलों में चर्चित लूट और डकैती की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। इनका पूर्व से आपराधिक इतिहास भी रहा है।