Begusarai: राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के पैतृक गांव सिमरिया में आयोजित सहस्त्र चंडी महायज्ञ में अध्यात्म, मंत्रोच्चार और मनोरंजन की त्रिवेणी बह रही है। यज्ञ में परिक्रमा करने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है तो रामकथा और रासलीला में भी भारी भीड़ जुट रही है।
महायज्ञ में आज रामकथा के दौरान कथावाचक आचार्य पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि रामचरित मानस मृत्यु के भय से मुक्ति देती है। इसके आश्रय से मृत्यु के भय से मनुष्य को मुक्ति मिलती है। मनुष्य 84 लाख योनियों में सबसे श्रेष्ठ है। भगवान ने सभी को बुद्धि दिया। तमो गुणी चेतना वाले मनुष्य और पशु में कोई अंतर नहीं होता। रजो गुणी वाले मनुष्य में अनंत कामनाएं और प्रचंड अहंकार होता है।
उन्होंने कहा कि धन मिलने से कोई सुखी नहीं हो सकता। ऐसे अधम जीवों के कल्याण के लिए भी तुलसी दास ने रामचरित मानस में मार्ग प्रशस्त किया है। जबतक पूरी चित्त शुद्धि नहीं होगी, तब तक ज्ञान मार्ग में प्रवेश करना कठिन है। तुलसीदास ने बताया है कि राम के नाम को गाकर हम अपने परम लक्ष्य को पा सकते हैं। रामकथा सुनने से मनुष्य के हृदय में निश्चित रूप से गोविंद प्रकट होते हैं।
गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि स्त्रियों के लिए पति से बढ़कर दूसरा कोई भगवान नहीं होता। सती को शिव ने कहा कि हमें न्योता नहीं मिला है, फिर सती अकेले नैहर पहुंचती है। जहां राज दक्ष द्वारा भगवान शिव के अपमान को सहन नहीं कर पाती है और सती यज्ञ हवन कुंड में कूद कर जान देती है। नारद जी ने यह संवाद महादेव तक पहुंचाया। शिव क्रोधित होकर यज्ञ में विध्न पैदा करने के लिए भूत प्रेतों को भेजते हैं। देवता त्राहिमाम करते ब्रह्मा से मिले और ब्रह्मा भगवान भोले शंकर को मनाने कैलाश पहुंचे।
सांस्कृतिक कार्यक्रम संयोजक राजेश कुमार सिंह ने बताया कि शुक्रवार को मुंबई से भजन सम्राट अनूप जलोटा सिमरिया आएंगे और सांस्कृतिक मंच पर भजन प्रस्तुत करेंगे। इसके लिए समिति ने पूरी तैयारी कर ली है। वहीं, 15 मई को मशहूर भजन गायिका तृप्ति शाक्या के भजन का श्रद्धालु आनंद उठा सकेंगे। मेला में जिला प्रशासन के अलावा सिमरिया एवं आसपास के गांव के डेढ़ सौ से अधिक स्वयंसेवक तैनात हैं। जगह-जगह सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है।