Motihari: जिले के फेनहारा में शनिवार हुए ठेकेदार ओमप्रकाश सिंह हत्याकांड की जिम्मेवारी संतोष झा गैंग ने लिया है। शनिवार देर रात राज झा नामक एक व्यक्ति द्वारा खुद अपने को गैंग का प्रवक्ता बताते हुए मीडिया को एक प्रेस नोट जारी किया है।
इसमें ओमप्रकाश सिंह को मुकेश पाठक का राइट हैंड बताते हुए कहा है,कि ओमप्रकाश सिंह ठेकेदार नहीं, बल्कि अपराधी है। प्रेस नोट में बताया है कि 28 अगस्त 2018 को सीतामढ़ी कोर्ट में हुए संतोष झा की हत्या में ओम प्रकाश भी शामिल था। कहा हैकि संतोष झा की हत्या करने वाले सभी शूटर ओमप्रकाश सिंह के ही घर पर रुके थे,और उसने ही सभी शूटरों को हथियार उपलब्ध कराया था।
बताया है कि यह हत्या संतोष झा की हत्या का बदला है।इस प्रेस नोट में कहा है,कि ओमप्रकाश मुकेश पाठक के हर जुर्म में शामिल था।अब अगला नंबर मुकेश पाठक का है।हालांकि हिन्दुस्थान समाचार इस पत्र की पुष्टि नही करता।लेकिन इतना तो तय है,कि इस पत्र के सामने आने के बाद संतोष झा के गैंग व मुकेश पाठक गैंग के बीच गैंगवार की आशंका बढ़ गई है।
जानकारी अनुसार गैंगस्टर संतोष झा और मुकेश पाठक कभी एक साथ काम कर रहे थे,बाद में दोनो के रास्ते जुदा हो गये,और इनके बीच अदावत शुरू हो गयी है। इसी दौरान सीतामढी कोर्ट में संतोष झा की दिनदहाड़े हत्या कर दी गयी। उसकी हत्या के बाद उसका गैंग बिखर सा गया,लेकिन हाल के दिनों में यह गैंग पुन:संगठित हुआ है। जिसकी कमान कालिया नामक व्यक्ति संभाल रहा है। वही मुकेश पाठक भागलपुर जेल में बंद है। फिलहाल सारे मामले की जांच में पुलिस जुटी है।एसपी कांतेश कुमार मिश्र के निर्देश पर गठित एसआईटी जिसमे पकड़ीदयाल व अरेराज डीएसपी को संयुक्त रूप शामिल करते हुए जांच की जिम्मेदारी सौंपी गयी है।
उल्लेखनीय है,कि बदमाशों ने शनिवार को शिवहर जिले के श्यामपुर भटहां थानाक्षेत्र के ताजपुर लक्षमिनिया निवासी प्रमोद सिंह उर्फ व्यास जी के बेटे ओमप्रकाश सिंह उर्फ बाबू साहेब (42) पर अत्याधुनिक हथियार से अंधाधुध फायरिंग कर मौत के घाट उतार दिया था। घटना में बदमाशों ने ओमप्रकाश की स्कॉर्पियो पर करीब 25 राउंड से ज्यादा गोलियां चलाईं ।बदमाशों का मुख्य टारगेट ओमप्रकाश ही था,क्योंकि इस घटना में उसके साथ स्कार्पियो में सवार चालक और अन्य लोग सकुशल बच गए है।सभी बदमाश बिना नबंर की टाटा सुमो गोल्ड कार पर सवार थे। जबकि ओमप्रकाश काले रंग की स्कार्पियो पर सवार होकर मुजफ्फरपुर में इलाजरत अपनी मां से मिलने फेनहारा मधुबन के रास्ते जा रहा था। इसी बीच इजोरबारा के पास अपराधियों ने सामने से किये गये फायरिंग में उसकी मौत हो गई।
मृतक के खिलाफ शिवहर जिले में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।साथ ही दरभंगा के चर्चित दोहरे हत्याकांड में भी इसका नाम सामने आया था। इस हत्याकांड में कालिया गैंग का हाथ होने की आशंका जतायी गई थी।