रांची।
राज्य सरकार की ओर से 8 अक्टूबर से राज्य के धार्मिक स्थलों को खोले जाने के दिए गए निर्देश के बाद गुरुवार से राज्य के सभी धार्मिक स्थल खुल जायेंगे। कोरोना संक्रमण की वजह से मार्च में लगे लॉक डाउन के बाद लगभग 8 महीने बाद धार्मिक स्थल खोलने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार की ओर से धार्मिक स्थलों में कोरोना संक्रमण को लेकर वहां के प्रबंधक को जारी गाइडलाइन के पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। सरकार के क ोविड -19 के दिशा निर्देश के अनुसार मंदिरों में एंट्री होगी। राज्य के प्रमुख शक्तिपीठों में मां छिन्नमस्तिका मंदिर रजरप्पा, देवरी मंदिर, बेरो और मां भद्रकाली मंदिर इटखोरी चतरा में विशेष व्यवस्था की गई है। सभी धार्मिक स्थलों में सैनिटाइजर मास का प्रयोग अनिवार्य किया गया है। वही वहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के भी निर्देश दिए गए हैं
नवरात्र के मौके पर होगी विशेष पूजा
आगामी 17 अक्टूबर से शुरू हो रहे नवरात्र के दौरान राज्य के प्रमुख शक्तिपीठों में विशेष तैयारी की जा रही है। छिन्नमस्तिका मंदिर न्यास समिति के सचिव शुभाशीष पंडा और असीम पंडा ने बताया कि श्रद्धालुओं को लाइन में खड़ा होने की विशेष व्यवस्था की गई है। इसके लिए मंदिर परिसर में घेरा बनाया गया है। वहीं मंदिर के प्रवेश के दौरान श्रद्धालुओं को प्रवेश द्वार पर ही सैनिटाइज कराया जाएगा। वहीं बिना मास्क पहने किसी भी श्रद्धालुओं को गर्भ गृह में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने बताया कि पिछले दिनों मंदिर न्यास समिति की बैठक हुई थी। जिसमें मंदिर खोलने के फैसले को लेकर सरकार की प्रशंसा की गई थी।
इटखोरी स्थित मां भद्रकाली मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश की पूरी व्यवस्था कर ली गई है। मंदिर परिसर में एक बार में 5 श्रद्धालुओं को एंट्री दी जाएगी। वही मंदिर परिसर में रक्षा सूत्र बांधने और तिलक लगाने पर पाबंदी होगी। मंदिर के मुख्य द्वार पर श्रद्धालुओं का थर्मल स्कैनर से टेंपरेचर जांच किया जाएगा। गर्भ गृह में मौजूद पुजारियों को भी मास्क पहनना अनिवार्य होगा। मंदिर में श्रद्धालुओं मुख्य द्वार से इंट्री लेंगे और निकासी महोत्सव स्थल से होगी।
वहीं रांची स्थित देवड़ी मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन को लेकर विशेष व्यवस्था की गई है। यहां भी प्रवेश द्वार पर सैनिटाइजर के अलावा थर्मल स्कैनर की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा राज्य के अन्य सभी धर्म स्थलों पर भी सरकारी गाइडलाइन का पूर्ण रुप से पालन किया जाएगा।