Ranchi: झारखंड के शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो का चेन्नई के अस्पताल में गुरुवार सुबह निधन हो गया। लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे जगन्नाथ महतो का कोरोना संक्रमण के चलते फेफड़े का ट्रांसप्लांट किया गया था। हाल ही में उनकी स्वास्थ्य संबंधी परेशानी को देखते हुए उन्हें रांची से एयरलिफ्ट कर चेन्नई ले जाया गया था। इलाज के दौरान उनका निधन हो गया।वहीं उनका इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान ही शिक्षा मंत्री का निधन हो गया। उनका पार्थिव शरीर चेन्नई से रांची लाने की तैयारी चल रही है। वहीं राज्य सरकार की ओर से शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो के निधन पर दो दिनाें का राजकीय शोक घोषित किया गया है।
सीएम हेमंत सोरेन ने शोक व्यक्त किया
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने जगन्नाथ महतो के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि अपूरणीय क्षति!
हमारे टाइगर जगरनाथ दा नहीं रहे! आज झारखंड ने अपना एक महान आंदोलनकारी, जुझारू, कर्मठ और जनप्रिय नेता खो दिया। चेन्नई में इलाज के दौरान आदरणीय जगरनाथ महतो जी का निधन हो गया। परमात्मा दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान कर शोकाकुल परिवार को दुःख की यह विकट घड़ी सहन करने की शक्ति दे।
वहीं दूसरी ओर विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो ने जगरनाथ महतो के निधन पर दुख प्रकट किया है। इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के आकस्मिक निधन पर दुख जताया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है कि ईश्वर उनकी आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें। पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने भी जगरनाथ महतो के निधन पर दुख जताया है। कई नेताओं और सामाजिक संगठनों ने भी उनके निधन पर शोक जताया है।
उल्लेखनीय है कि डुमरी से विधायक जगरनाथ महतो बीते 14 मार्च की तबीयत बिगड़ गयी थी। इसके बाद उन्हें इलाज के लिए रांची के पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में उन्हें चेन्नई रेफर कर दिया गया था।
जगरनाथ महतो का राजनीतिक सफर
हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में शिक्षा मंत्री रहे जगरनाथ महतो डुमरी सीट से विधायक थे। जगरनाथ महतो ने 2019 के चुनाव में भी डुमरी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीता था। उन्होंने भाजपा के लालचंद महतो को 32481 मतों से पराजित किया था।
डुमरी विधानसभा क्षेत्र पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का गढ़ माना जाता है। झामुमो के जगरनाथ महतो ने यहां से 2005, 2009, 2014 और 2019 में जीत हासिल की थी। इस सीट से लगातार तीन बार विधायक बनने वाले वे एकमात्र नेता थे।
नावाडीह प्रखंड के अलारगो के सिमराकुल्ही गांव के रहनेवाले जगरनाथ महतो मैट्रिक तक शिक्षा हासिल की थी। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1990 में की थी। उन्होंने यहां के विधायक रहे शिवा महतो के सहयोगी के रूप में काम किया था। उन्होंने पहली बार 2000 में समता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था लेकिन वे चुनाव हार गये थे।
शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो का पार्थिव शरीर सात को पहुंचेगा रांची
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का पार्थिव शरीर सात अप्रैल को रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर पहुंचेगा । वहां से महतो के पार्थिव शरीर को झारखंड विधान सभा ले जाया जाएगा। इसके बाद हरमू स्थित पार्टी के केंद्रीय कार्यालय (कैम्प) में जगरनाथ महतो का पार्थिव शरीर, अंतिम दर्शन एवं श्रद्धांजलि के लिए लाया जाएगा। यह जानकारी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के वरिष्ठ नेता विनोद कुमार पांडेय ने दी।
झामुमो कार्यालय से उनके पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव अलारगो ले जाया जाएगा, जहां अंतिम संस्कार होगा। अलारगो से भंडारीदह के दामोदर घाट तक शव यात्रा निकाली जाएगी। स्व. जगरनाथ महतो के अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, मंत्री आलमगीर आलम, बन्ना गुप्ता, बादल पत्रलेख, चम्पई सोरेन, मिथलेश ठाकुर, रामेश्वर उरांव, सत्यानन्द भोक्ता समेत कई विधायक और महागठबंधन के कार्यकर्ता शामिल होंगे।