Begusarai: भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष और भारत की उड़नपरी, क्वीन ऑफ द ट्रैक पीटी उषा के रविवार को पहली बार बिहार के बेगूसराय आने पर जिलावासी झूम उठे हैं। जगह-जगह गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया जा रहा है, कहीं पुष्प वर्षा हो रही है तो कहीं आरती उतारी जा रही है।पटना से सड़क मार्ग द्वारा बेगूसराय जिले की सीमा में सिमरिया पुल के समीप प्रवेश करते ही सैकड़ों लोगों ने पीटी उषा का जोरदार स्वागत किया। यहां से आगे बढ़ने पर बीहट चांदनी चौक के समीप सैकड़ों छात्र-छात्रा, खिलाड़ी और सामाजिक कार्यकर्ता उनके स्वागत में बैंड बाजा के साथ पहले से ही खड़े थे। वाहन के रुकते ही भारत माता के जयकारे के बीच पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। जिसे किताबों में पढ़ते और टीवी पर देखते थे, उसे अपने सामने पाकर झूम उठे।
यहां साइकिल पर बंधे तिरंगा के साथ साइकिल पर संडे की टीम के युवाओं ने आगवानी करते हुए जीरोमाइल स्थित राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की प्रतिमा स्थल पर लाया। यहां सिद्ध बड़ी दुर्गा मंदिर द्वारा स्वागत किया गया। इस दौरान पीटी उषा एवं राज्यसभा सदस्य राकेश सिन्हा सहित सभी लोगों ने राष्ट्रपति दिनकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।
दिनकर प्रतिमा स्थल के बाद काफिला बरौनी रिफाइनरी टाउनशिप पहुंचा। जहां कार्यपालक निदेशक और बरौनी रिफाइनरी प्रमुख आरके झा, बेगूसराय विधायक कुंदन कुमार, भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव कुमार वर्मा सहित इंडियन ऑयल के अधिकारियों एवं भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर रिफाइनरी टाउनशिप की महिलाओं ने पीटी उषा का आरती, चंदन एवं मिथिला के परंपरा अनुसार अंग वस्त्र से सम्मानित किया।
इस अवसर पर प्रो. राकेश सिन्हा ने कहा कि राष्ट्रकवि दिनकर की धरती पर राजेन्द्र प्रसाद, सुभाष चंद्र बोस जैसे लोग आ चुके हैं। उसके बाद लंबे समय तक कोमा लगता रहा, अब पीटी उषा के आने से बेगूसराय के संस्कृति, साहित्यिक, कला और खेल के योगदान को बड़ी कामयाबी मिलेगी। राजनीति से परे जाकर जोड़ा जाए तो सॉफ्ट पावर सर्वांगीण उन्नति के प्रतीक होते हैं। पीटी उषा के आने से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना हर क्षेत्र में आगे बढ़ता रहेगा। राजनीति से बाहर के लोगों के आने से छात्र-छात्राएं और बुद्धिजीवियों में अपील होती है, इससे एक नए अध्याय की शुरुआत होगी। पीटी उषासांसद खेल महोत्सव के समापन में शामिल होने पहुॅची है।