Khunti: नारी सशक्तीकरण , स्वास्थ्य, शिक्षा एवं स्वच्छता के विकास की दिशा में कार्यरत स्वयं सेवी निमित्त संस्था के तत्वावधान में सोमवार को नगर भवन, खूंटी में ढुकु महिलाओं का सामुदायिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान वर्षों से लिव इन रिलेशनशीप में रह रहे अलग-अलग धर्मावलंबियों के 50 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। इसके साथ ही अब उन्हें गांव में सामाजिक मान्यता प्राप्त हो गया।
मौके पर उपायुक्त शशि रंजन एवं उप विकास आयुक्त नीतीश कुमार सिंह सहित अन्य लोगों ने वर-बधु के सुखमय दाम्पत्य जीवन की कामना की। साथ ही नव दम्पतियों के बीच तोहफा के रुप में गृहस्थ जीवन में उपयोग में आने वाली सामग्रियों का वितरण किया गया। वैवाहिक कार्यक्रम में सभी जोड़ों उनके परंपरा और रीति- रिवाज के अनुसार विवाह कराया गया।
मौके पर उपायुक्त ने कहा कि गांव में लिव इन रिलेशन में रहने वाले हजारों परिवारों के लिए कार्यक्रम उम्मीदों भरा है, जो जिंदगी भर बिना विवाह के अनिश्चितता और सुरक्षा के अंधेरे में जीने को विवश थे। इस पहल से उनके जीवन में रोशनी आयी है और उम्मीदों का सफर भी शुरु हुआ है ताकि आने वाले दिनों में इस कुप्रथा को जड़ से समाप्त किया जा सके। साथ ही सामाजिक परिवर्तन से इन्हें पूर्ण रूप से सम्मान दिलाया जा सके। उन्होंने कहा कि इन नवविवाहित जोड़ों को जिला प्रशासन की ओर से सभी कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने का प्रयास है।
स्वयं सेवी संस्था सचिव डॉ निकिता सिन्हा ने बताया दूरवर्ती क्षेत्रों में आदिवासी समाज के बिना शादी किये पति-पत्नी के रुप में रहा करते हैं। पर, परिणय सूत्र में नहीं बंधने की वजह से समाज में इनकी सामाजिक मान्यता नहीं रहती है। ऐसे दम्पतियों को गांव के सामाजिक कार्यों व अन्य परंपरा में शामिल नहीं किया जाता है। पर, अब विवाहित हो जाने के बाद उन्हें सामाजिक मान्यता प्राप्त होगी।