Begusarai। बेखौफ अपराधियों ने परना पंचायत के मुखिया और भाजपा समर्थक वीरेंद्र कुमार शर्मा की दिनदहाड़े गोली मार कर हत्या कर दी। घटना चांदपुरा-रजौड़ा पथ के पुरना तरैया ढाला के समीप गुरूवार की है। घटना की सूचना मिलते ही जिले भर में आक्रोश फैल गया। जिला मुख्यालय के ट्रैपिंक चौक पर शव को रखकर एनएच जाम कर दिया गया। इससे करीब तीन घंटे तक यातायात ठप हो गई।
इस दोनों करीब तीन घंटे तक एनएच जाम रहा। बाद में सदर डीएसपी अमित कुमार एवं सीओ सहित अन्य अधिकारियों द्वारा उचित बाबा एवं सभी अपराधियों को 48 घंटा के अंदर गिरफ्तार करने के आश्वासन पर लोग शांत हुए तथा शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की विशेष टीम लगातार छापेमारी कर रही है, एफएसएल की टीम भी घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की छानबीन कर रही है। एसपी योगेन्द्र कुमार ने भी घटनास्थल का जायजा लिया है, इस दौरान एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ किया जा रहा है, जबकि शेष की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है।
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि दूसरी बार मुखिया निर्वाचित हुए वीरेन्द्र कुमार शर्मा काफी लोकप्रिय थे। गुरुवार को करीब 12:30 बजे मोटरसाइकिल से वह अपने घर से बेगूसराय सदर प्रखंड कार्यालय आ रहे थे। इसी दौरान चांदपुरा-रजौड़ा पथ पर परना-सांख ढाला के स्थित चिमनी के समीप दो मोटरसाइकिल पर सवार चार अपराधियों ने घेर लिया तथा ताबड़तोड़ छह गोली मार दी। जिसमें चार गोली मुखिया के छाती में लग गई, गोली की आवाज सुनते ही दौड़े आसपास के लोग उसे लेकर बेगूसराय पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
इसके बाद लोग आक्रोशित हो गए और शव को पोस्टमार्टम करवाने के बदले स्ट्रेचर पर ही लेकर ट्रैफिक चौक पहुंच गए तथा सड़क जाम कर दिया। मृतक मुखिया के परिजनों का कहना है कि वीरेन्द्र कुमार शर्मा ने 2016 के पंचायत चुनाव में तत्कालीन मुखिया को 49 वोट से हराया था एवं 2021 के पंचायत चुनाव में उसी व्यक्ति को 18 वोट से हराया। जिसके कारण राजनीतिक प्रतिद्वंदिता चल रही थी और इसी राजनीतिक को लेकर हत्या की गई है।
सड़क जाम कर रहे जिला मुखिया संघ के अध्यक्ष मो. अहसन ने कहा कि पूरे बिहार में जनप्रतिनिधियों पर लगातार हमले हो रहे हैं। शासन-प्रशासन हथियार का लाइसेंस नहीं दे रही है। सरकार जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा और मान-सम्मान की बात करती है। लेकिन हमला पर रोक लगाने की उपाय नहीं कर रही है, जिसके कारण आज बेगूसराय में अपराधियों ने लोकप्रिय मुखिया की हत्या कर दी। मृतक के पत्नी को सरकारी नौकरी और 50 लाख मुआवजा मिले, घटना में शामिल सभी अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
सांसद प्रतिनिधि और भाजपा नेता अमरेन्द्र कुमार अमर ने कहा कि बेगूसराय की विधि व्यवस्था बदहाल हो गई है। बेखौफ अपराधी दिन-रात वारदात को अंजाम दे रहे हैं। आज दिनदहाड़े हमारे कार्यकर्ता मुखिया की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस गिरती विधि व्यवस्था को हम सब बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। करीब तीन घंटे तक सड़क जाम रहने के बाद मुखिया संघ के जिलाध्यक्ष एवं सांसद प्रतिनिधि ने डीएम एवं एसपी से बातचीत किया तथा उचित आश्वासन मिलने के बाद लोग शांत हुए और शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया। फिलहाल मुखिया की हत्या से बेगूसराय में दहशत और आक्रोश का माहौल कायम है।