रांची। धार्मिक एवं सामाजिक संस्था एमआरएस श्री कृष्ण प्रणामी सेवा धाम ट्रस्ट रांची एवं स्वामी सदानंद प्रणामी चेरीटेबल ट्रस्ट रांची के संयुक्त तत्वधान में परम पूज्य संत शिरोमणि श्री श्री 108 स्वामी श्री सदानंद जी महाराज के सानिध्य में 171 निर्धन जोड़ों का विवाह एक भौतिक रीति रिवाज से आचार्य श्री शंकर लाल शास्त्री, उनके पुत्र गौरव जी शास्त्री एवं उनके सहयोगियों के द्वारा संपन्न कराया गया।कार्यक्रम में मारवाड़ी सहायक समिति उपाध्यक्ष सुरेश जैन सचिव कौशल राजगढ़िया अग्रवाल सभा के अध्यक्ष नंदकिशोर पाटोदिया अग्रवाल सभा के पूर्व अध्यक्ष श्री पवन पौदार मुख्य रूप से उपस्थित थे।
निर्माणाधीन श्री कृष्ण प्रणामी सेवा आश्रम मंदिर के प्रांगण में आज सुबह से ही बर बधू और उनके अभिभावक परिवार के सदस्य पहुंचने लगे थे। कार्यक्रम का शुभारंभ सभी अतिथियों को अंग वस्त्र एव बैच लगाते हुए दीप प्रज्वलन के साथ प्रारंभ हुआ कार्यक्रम में ट्रस्ट के संस्थापक एवं संरक्षक स्वामी श्री सदानंद जी महाराज मुख्य अतिथि उद्घाटन करता पुनीत कुमार जी पोद्दार वरिष्ठ समाजसेवी विशिष्ट अतिथि श्री बसंत जी मित्तल झारखंड प्रांतीय मारवाड़ी सम्मेलन तथा संस्था के अध्यक्ष श्री डुंगरमल अग्रवाल सचिव मनोज कुमार चौधरी विजय अग्रवाल के कमलों द्वारा किया गया।
सभी अतिथियों ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि स्वामी श्री सदानंद जी महाराज के सानिध्य में पिछले 30 वर्षों से रांची में सेवा कार्य प्रणामी ट्रस्ट करता आ रहा है। इसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए वह भी कम है। कार्यक्रम में नवविवाहित जोड़ों को उपहार स्वरूप मंगलसूत्र पाजेब बिछिया वर-वधू को विवाहित जोड़ा साड़ी पैंट शर्ट का कपड़ा श्रृंगार के सामान डिनर सेट, मच्छरदानी बेडसिट बेड चादर तथा नगद उपहार दिया गया।
श्रीमद् भागवत कथा व्यास पीठ पर आसीन संत सदानंद जी महाराज ने भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि दुख- सुख को समझने वाले जिस धैर्यवान पुरुष को एक इंद्रियों के विषयों के संजोग व्याकुल नहीं करते वह मोक्ष के योग्य नहीं है। महाराज जी ने भगवान श्री कृष्ण के प्रति गोपियों के हृदय में प्रेम का वर्णन करते हुए कहा की के उद्घव से ज्ञानी को भी कहना पड़ा यह गोपियों तू धन्य हो तुम्हारा जीवन सफल है और तुम सारे संसार के लिए पूजनीय हो क्योंकि तुम लोगों ने इस प्रकार भगवान श्री कृष्ण को अपना हृदय अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया है। नंद बाबा के ब्रज में रहने वाले गोपांगनाओ चरण धूलि को मैं बार-बार प्रणाम करता हूं।भगवान श्री कृष्ण की अद्भुत लिलाएं सागर में द्वारकापुरी निर्माण कर वास किया। एक एक कर 8 विवाह किया और एक ही मुहूर्त में 16100 कन्या से विवाह किया इतने बड़े परिवार में बड़े आनंद पूर्वक रहते थे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से संस्था के सह-संरक्षक बसंत कुमार गौतम विजय जालान अध्यक्ष डूंगरमल अग्रवाल उपाध्यक्ष निर्मल जालान राजेन्द्र प्रसाद अग्रवाल सचिव मनोज चौधरी, ओम सरावगी,प्रमोद सारस्वत, नंदू चौधरी, विजय अग्रवाल, पवन पौदार, निर्मल छावनिका, विष्णु सोनी ,मनीष जालान,विशाल जालान, सुरेश चौधरी, सुरेश भगत, शिवभगवान अग्रवाल, सज्जन पाडिया, सुनील पोद्दार, रमेन्द्र पांडे, धीरज गुप्ता,आलोक सिंह तथा महिला मंडल की श्रीमती विधा देवी अग्रवाल सुनीता अग्रवाल,सरिता अग्रवाल, संतोष देवी अग्रवाल, विमला जालान,पुनम अग्रवाल, ललिता पोद्दार, चंदा देवी अग्रवाल और सुमन चौधरी एवं और भी से महिला-पुरुष सदस्य उपस्थित थे।