बेगूसराय। अपराधियों का एनकाउंटर होने की बात तो आपने सुनी होगी लेकिन बिहार के बेगूसराय जिले में आदमखोर कुत्तों का एनकाउंटर शुरू हो गया है। बेगूसराय के बछवाड़ा क्षेत्र में कुत्तों के आतंक को देखते हुए वन एवं पर्यावरण विभाग पटना की टीम मंगलवार को पहुंची तथा प्रभावित चार पंचायत के बहियार में 16 आवारा कुत्तों को मार गिराया। कुत्ता का एनकाउंटर करने के लिए टीम पहुंचने की सूचना मिलते ही लोगों की भीड़ लग गई। टीम के द्वारा लोगों से आवारा कुत्तों के ठहराव के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई। इसके बाद तेघड़ा एसडीओ एवं डीएसपी से बात कर चयनित स्थानों पर कुत्ता खोजने का काम शुरु कर दिया।
आवारा कुत्तों के आतंक से आम लोगों की सुरक्षा को लेकर डीएम रोशन कुशवाहा के निर्देश पर पहुंचे वन एवं पर्यावरण विभाग पटना के आखेटक शक्ति कुमार ने अपने टीम के साथ स्थानीय थाना की मदद से बछवाड़ा, कादराबाद, अरबा, भिखमचक एवं रानी पंचायत के बहियार पहुंचकर आवारा कुत्तों को मारना शुरु कर किया है। वन एवं पर्यावरण विभाग की टीम ने देर शाम तक करीब छह घंटे तक लगातार चार पंचायत के बहियार में खोज कर 16 आवारा कुत्तों को मार गिराया है। वहीं स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा वन एवं पर्यावरण की आखेटक टीम को आवारा कुत्ता खोजने में मदद किया गया।
ग्रामीणों का कहना है कि विगत एक सप्ताह पूर्व भी वन एवं पर्यावरण विभाग की आखेटक टीम के द्वारा 12 आवारा कुत्तों को मारा गया था। इसके बावजूद कुत्तों का आंतक रुकने का नाम नहीं ले रहा है। कुत्तो का आंतक इतना बढ़ गया है कि प्रतिदिन किसी ना किसी पंचायत के बहियार में आदमखोर कुत्तों के हमले से लोग घायल हो रहे हैं, आज भी तीन लोगों को घायल कर दिया गया है। वन एवं पर्यावरण विभाग को आखेटक की संख्या बढ़ाने की जरूरत है, जब तक आखेटक टीम की संख्या नहीं बढ़ाया जाएगा तब तक आदमखोर कुत्तों के आतंक से छुटकारा पाना मुश्किल है।
उल्लेखनीय है कि विगत दस माह से अरबा, कादराबाद, रुदौली, भिखमचक, बछवाड़ा, रानी-एक, रानी-दो एवं गोधना पंचायत में आवारा कुत्तों ने अब तक नौ लोगों को नोच-नोच कर मार डाला। वहीं 35 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं। आदमखोर कुत्तों के आतंक को लेकर छह पंचायत के किसान अपने खेत जाना तो दूर अपने घर से निकलने में भी डरते हैं। किसानों को अपने खेत में काम कराने के लिए मजदूर के साथ लाठी-डंडा लेकर खेत में खड़ा रहना पड़ता है। ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों के द्वारा बार-बार प्रशासन से शिकायत किए जाने के बाद कुत्तों का एनकाउंटर करने के लिए फिर से टीम पटना से पहुंची है।