गया। जिले के बोधगया में चल रहे कालचक्र पूजा में टीचिंग क्लास लेने पहुंचे धर्म गुरु दलाई लामा को नुकसान पहुंचाने के लिए पहुंची कथित चीनी जासूस को बिहार पुलिस ने खुफिया इनपुट के आधार पर गुरुवार देर शाम हिरासत में लिया है। ‘संदिग्ध’ महिला सोंग शियाओलन को बोधगया थाना में रखकर पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
मगध रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) एमआर नायक ने चीनी महिला के पुलिस हिरासत में होने की पुष्टि की है। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी के तरफ से मिली इनपुट के बाद महिला की सरगर्मी से गया पुलिस तलाश कर रही थी। ‘खतरे’ की गंभीरता को देखते हुए गया की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) हरप्रीत कौर ने चीनी महिला को जल्द गिरफ्तारी में लेने की बात कही है। पुलिस हिरासत में जिस महिला को रखा गया है, उसकी उम्र 50 वर्ष बताई जा रही है। हालांकि गया एसएसपी ने कहा कि अभी उससे पूछताछ के बाद ही कुछ बताया जा सकता है।
महिला से हर बिन्दु पर पूछताछ तथा इनके पास उपलब्ध दस्तावेजों की जांच की रही है। उक्त महिला 19 अक्टूबर 2019 में पहली बार भारत आई। इस दौरान ये महापावन दलाई लामा की शिक्षा ग्रहण करने बोधगया आई। इसके उपरांत ये जनवरी 2020 को नेपाल गई फिर पुन: 04 दिन बाद 20 जनवरी 2020 को भारत आ गई। वीजा के शर्तों के अनुसार इन्हें लगातार 90 दिनों तक ही भारत में रहने की अनुमति थी, परन्तु इनके द्वारा इस शर्त का उल्लंघन किया गया। इसका कारण पूछने पर महिला ने बताया कि ई-टूरिस्ट वीजा पर भारत आई थी और कोरोना के बाद वापस नहीं लौटी और भारत में सेंट्रल तिब्बत सावा एसोसिएशन मैक्लिाडगंज, हिमाचल प्रदेश में ही रह गई। दिनांक 22 दिसम्बर को ये महापावन दलाई लामा की शिक्षा ग्रहण करने बोधगया आई थी। नियमानुसार इन्हें एफआरआरओ कोलकाता के द्वारा लीव इंडिया नोटिस जारी किया गया है और इनके वीजा को कैंसल कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि जिस संदिग्ध चीनी महिला को हिरासत में लिया गया है। उसका वीजा नंबर 901 बीएए 2 जे और पीपी नंबर ईएच 2722976 है। महिला ने भिक्षु का रूप धारण कर रखा था। उसके सिर पर बेहद छोटे-छोटे बाल हैं और दुबली-पतली है। खास बात यह है कि यह सूचना बीते कुछेक दिन पहले ही पुलिस मुख्यालय से निकल कर जिले के वरीय अधिकारियों से होते हुए बोधगया पहुंची थी।