.विधान सभा के चौथे दिन भाजपा विधायक समरी लाल रिम्स को धरना दिया
.विकास कार्य को लेकर पक्ष और विपक्ष आमने सामने
.सरकार की ओर से कई विधेयक सदन पटल पर लाया गया
रांची। झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र में गुरुवार को राज्य के महाधिवक्ता राजीव रंजन को बर्खास्त करने की मांग विपक्ष ने जोरदार ढंग से उठाई। इसे लेकर भाजपा के विधायकों ने सदन के वेल में पहुंचकर हंगामा और नारे बाजी भी किया।भाजपा विधायकों ने कहा कि ईडी की ओर से कोर्ट में दायर शपथ पत्र से यह साफ है कि महाधिवक्ता अपराधियों की गैरकानूनी तरीके से मदद कर रहे हैं। यह घोर अनियमतता है इस कार्य पर राज्य सरकार को महाधिवक्ता को उन्हें तत्काल बर्खास्त करना चाहिए। भाजपा के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने प्रश्नकाल के पूर्व सूचना के माध्यम से यह मामला उठाया। भाजपा ने कहा कई पूरे मामले की सीबीआई से जांच कराने की भी मांग की। सदन में यह मामला उठाए जाने के साथ ही भाजपा के विधायकों ने वेल में पहुंचकर जोरदार हंगामा किया।
मालूम हो कि ईडी ने झारखंड हाईकोर्ट में शपथपत्र दायर कर बताया है कि मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित केस में उसकी जांच को बाधित करने के लिए मुख्यमंत्री के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद और महाधिवक्ता राजीव रंजन द्वारा जासूसी कराई गई है। हाईकोर्ट में इसे लेकर ईडी की ओर से दाखिल किए गए हलफनामे में इन दोनों के बीच टेलीफोनिक बातचीत का एक ब्यौरा भी सौंपा गया है। इसमें दोनों के बीच ईडी के अधिकारियों की गतिविधियों पर नजर रखने पर बात हुई है।
इस शपथ पत्र में यह भी बताया गया है कि 1000 करोड़ के अवैध खनन घोटाले में गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजे गए पंकज मिश्रा से भी इन दोनों की बातचीत हुई है। सीएम के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू ने महाधिवक्ता से इस बात की जानकारी जुटाने को कहा कि पंकज मिश्रा से ईडी ने पूछताछ में क्या-क्या सवाल किए हैं। शपथ पत्र के अनुसार, महाधिवक्ता राजीव रंजन ने अभिषेक प्रसाद को कहा है कि वे एक एडवोकेट को रख देते हैं तो पंकज से रोज बात करेगा, मिलेगा। बड़हरवा मामले को लेकर सदन में हंगामे की स्थिति बनी रही ।
आज सदन की कार्रवाई जब प्रारम्भ हुआ त भाजपा के कांके विधायक समरी लाल सदन परिसर मे ही बिछावन लेकर धरना पर बैठ गये और चिकित्सा कराना शुरू कर दिया ।उन्होने रिम्स की बदहाली और भ्रष्टाचार पर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने की कोशिश की ।सरकार के आश्वासन के बाद वो अपना धरना समाप्त किया। सदन में भाजपा विधायक अमर बाहरी और पेयजल स्वच्छता मंत्री के साथ एक प्रश्न पर जमकर तु तु मैं मैं की स्थिति बन गई। अध्यक्ष के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो पाया। सदन मे विपक्ष ने आज भी नियोजन नीति को लेकर सरकार को घेरा ।सदन हो हंगामा और तु तु मैं मैं के बीच चलता रहा।