चतरा। भाकपा माओवादी संगठन के एरिया कमांडर कमलेश यादव ने बुधवार को चतरा पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दिया। जिला समाहरणालय में आयोजित कार्यक्रम में भाकपा माओवादी संगठन के एरिया कमांडर कमलेश यादव ने एसपी राकेश रंजन और डीसी अबू इमरान के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इस दौरान डीसी और एसपी ने संयुक्त रूप से एक लाख रुपये का चेक सौंपा।इस मौके पर सीआरपीएफ के अधिकारी सहित जिला पुलिस के कई अधिकारी मौजूद थे।
एसपी ने बताया कि सरकार की सरेंडर नीति से प्रभावित होकर कमलेश सरेंडर किया। उन्होंने बताया कि चतरा जिले के प्रतापपुर-कुंदा थाना क्षेत्र में आतंक का पर्याय भाकपा माओवादी सैक सदस्य गौतम पासवान, जोनल मांडर मनोहर गंझु एवं अरविंद भुईंया के दस्ता का महत्वपूर्ण सदस्य एरिया कमांडर कमलेश यादव के खिलाफ आठ मामले दर्ज हैं। एरिया कमांडर कमलेश यादव वर्ष 2014 में शामिल होकर सक्रिय रूप से कार्य कर रहा था।
कमलेश ने बताया कि वह माता-पिता की दस संतानों में दूसरी संतान है। वह सिरसा हरियाणा में मजदूरी करता था। वर्ष 2009 में विवादित जमीन पर विपक्षियों के कब्जा करने के बाद वह वर्ष 2014 के दिसम्बर माह में माओवादी संगठन में शामिल हुआ। हालांकि, संगठन ने उससे झूठा वादा किया गया कि जमीन विवाद सुलझा दिया जायेगा। इसके बाद उसे भाकपा माओवादी के शीर्ष कमांडरों से मिलवाया गया।
संगठन में उसकी कार्यनिष्ठा को देखकर वर्ष 2018 के अगस्त माह में संदीप यादव एवं मुराद की अध्यक्षता में हुई पार्टी मीटिंग में बबन सिंह भोक्ता एवं राजेश ठाकुर (आत्मसमर्पित) करने पर एरिया कमांडर बना दिया। संगठन अपने मकसद से भटक गया है। संगठन में शोषण और लेवी वसूलने की पार्टी हो गयी है। शीर्ष नक्सली कमांडर नीते के कैडर और कमांडर का शोषण कर रहे हैं। वह सरकार की सरेंडर नीति से प्रभावित होकर सरेंडर कर रहा है।