पटना। बिहार सरकार के उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ के आवास, उनके करीबी और कई पार्टनरों के ठिकानों पर गुरुवार की सुबह एक साथ इनकम टैक्स (आईटी) छापेमारी की। पटना में करीब दर्जन भर स्थानों पर छापेमारी की गई है। पटना में यह रेड बोरिंग रोड, स्काडा सेंटर, सगुना मोड, दानापुर समेत अन्य स्थानों पर चली। बताया जा रहा है कि यह मामला वित्तीय अनियमितता से जुड़ा है। छापेमारी में टीम ने इन जगहों से कई डॉक्यूमेंट भी बरामद किए हैं लेकिन इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं की गयी है। आईटी की टीम कुछ बताने से इंकार कर रही है।
उम्मीद है कि न्याय संगत कार्रवाई होगी: समीर महासेठ
इस मामले में मंत्री ने कहा कि उनका कोई धन उस कंपनी में नहीं लगा है। उन्होंने कानून पर भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि मेरे रिश्तेदार के घर पर आईटी की रेड पड़ी है। उम्मीद करते हैं कि कार्रवाई न्याय संगत होगी। मैं भी देखने आया था कि क्या कार्रवाई चल रही है।
वित्तीय अनियमितता से जुड़ा है मामला
बताया जा रहा है कि आयकर विभाग को जमीन-मकान के कारोबार से जुड़े मंत्री के पूर्व बिजनेस पार्टनर के बारे में कुछ इनपुट मिले थे। इसके बाद आयकर की टीम ने अपने स्तर पर पूरे मामले की जांच कराई। जांच में कुछ अहम जानकारी मिलने के बाद अलग-अलग टीमों का गठन किया गया। टीम ने गुरुवार की सुबह-सुबह जमीन-मकान के कारोबार से जुड़े बिल्डर के ठिकानों पर छापेमारी की। इस मामले में अभी आयकर विभाग के अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। यह भी जानकारी मिल रही है कि मंत्री के कुछ रिश्तेदार भी उनके व्यवसाय में पार्टनर है।
नेता के साथ व्यवसायी भी हैं समीर महासेठ
समीर महासेठ पटना में व्यवसाय करते हैं और ये वैश्य समाज से आने वाले समीर की पहचान नेता के अलावा बिहार में व्यवसायी के रूप में भी है। वह पटना में व्यवसाय करते हैं। पिछले चुनाव में मधुबनी विधानसभा सीट से इन्होंने एनडीए के घटक दल रहे वीआइपी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे भाजपा नेता सुमन महासेठ को पराजित किया था। अगस्त 2022 में जब नीतीश कुमार ने एनडीए से नाता तोड़कर राजद और अन्य दलों के साथ महागठबंधन सरकार बनाई तब उन्हें 16 अगस्त को मंत्री बनाया गया।
2024 तक ऐसी कई छापेमारी होती रहेगी: तेजस्वी
डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव से जब उद्योग मंत्री समीर महासेठ के घर पर हुई आईटी की छापेमारी पर सवाल पूछा गया तो तेजस्वी ने कहा कि ये तो शुरुआत है। आगे देखते जाइये। 2024 तक हमारे साथ यही होगा। भाजपा को पता है कि 2024 में उसका खात्मा होने वाला है। इसी वजह से पार्टी के लोग घबराए हुए हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में ही नहीं झारखंड में भी यही हो रहा है। वहां के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ही देख लीजिये। उनके साथ भी तो यही हो रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियां 2024 तक यही करेगा।